Edited By Vatika,Updated: 29 Jun, 2022 09:49 AM

आम आदमी पार्टी की टिकट पर नगर निगम चुनाव लड़ने के ख्वाब देख रहे नेताओं को फिलहाल जनवरी तक इंतजार करना होगा
लुधियाना(विक्की ): आम आदमी पार्टी की टिकट पर नगर निगम चुनाव लड़ने के ख्वाब देख रहे नेताओं को फिलहाल जनवरी तक इंतजार करना होगा क्योंकि संगरूर उपचुनाव में मिली हार के बाद पार्टी फिलहाल निगम चुनाव करवाने में कुछ महीने की देरी कर सकती है।
हालांकि पहले यह माना जा रहा था कि सतारूढ़ आप सितंबर के बाद कभी भी निगम चुनावों का बिगुल फूंक सकती है। यही वजह रही कि जल्दी चुनाव होने की संभावना के मद्देनजर विभिन्न वार्डों में आप की और से चुनाव लड़ने के चाहवानों की लिस्ट भी लंबी होती गई। इसका प्रमाण है कि लुधियाना के ही अलग अलग वार्डों में लोगों को कई नए नेता दिखने लगे हैं जिनके दफ्तर से लेकर पोस्टर तक भी वार्डों की दीवारों या सोशल मीडिया पर प्रचारित हो रहे हैं। इसी के साथ ही पार्टी के विधायकों द्वारा आए दिन हलकों में सड़कें और गलियां बनाने के कार्यों के उद्घाटन भी निगम चुनाव जल्दी होने की संभावना के मदेनजर ही तेजी से करवाए गए ताकि जनता के वोट को अपनी ओर किया जा सके। वहीं संगरूर हार से सबक लेकर पार्टी फिलहाल विधानसभा चुनावों से पहले लोगों को किए वायदे भी एक एक करके पूरे करने को लेकर भी नए टारगेट बना रही है।
इनमें सबसे अहम लोगों के बिजली बिल जीरो करना लक्ष्य रखा गया है। हालांकि बिजली फ्री करने का वायदा 1 जुलाई से लागू होने जा रहा है। पार्टी की सोच है कि जुलाई में बिजली फ्री करने की घोषणा लागू होने के बाद जनता के हाथ में सितंबर महीने में पहली बार बिजली का जीरो बिल आएगा। इसके बाद नवंबर और जनवरी तक तीन जीरो बिल आने पर जनता में सरकार के प्रति विश्वास और मजबूत होने के उपरांत पार्ट निगम चुनावों की और कदम बढ़ाएगी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अभी सरकार बने तीन महीने ही हुए हैं और हमें निगम चुनाव करवाने की फिलहाल इतनी जल्दी भी नहीं है। पहले चुनावों दौरान जनता से किए वायदों को पूरा कर लें जिसके बाद ही पार्टी निगम चुनावों में क्लीन स्वीप करने का लक्ष्य लेकर उतरेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी का लक्ष्य हिमाचल में नवंबर में होने वाले चुनाव जीतने की और है। जिसके बाद ही अगले वर्ष की शुरुआत में पंजाब की 4 नगर निगमों के चुनाव करवाए जा सकते हैं।