Edited By Urmila,Updated: 06 Mar, 2024 09:43 AM
दीनानगर के सीमावर्ती इलाके गांव अवांखा के एक गरीब परिवार के रवनीत सिंह ने अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित करने के लिए एक एजेंट को 11 लाख रुपये दिए।
दीनानगर (हरजिंदर सिंह गोराया): दीनानगर के सीमावर्ती इलाके गांव अवांखा के एक गरीब परिवार के रवनीत सिंह ने अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित करने के लिए एक एजेंट को 11 लाख रुपये दिए और एक टूरिस्ट वीजे पर रूस चला गया। जब वह वहां सैर करने के लिए निकला तो पकड़ा गया। वहीं दीनानगर के अंतगर्त गांव जंडे का विक्रम भी फंसा हुआ है।
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पुलिस ने इन युवकों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें रूसी सैन्य अधिकारियों को सौंप दिया। रूसी सैनिक उन्हें जबरन सेना में भर्ती कर लिया। अब रूस में फंसे अवांखा गांव के युवक रवनीत सिंह और दीनानगर के अंतगर्त गांव जंडे के विक्रम के पीड़ित माता-पिता ने केंद्र और राज्य सरकार से उनके बच्चों को वापस भारत लाने की मांग की है।
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पीड़ित रवनीत सिंह की मां और बहन ने बताया कि वह बहुत गरीब हैं और उन्होंने 11 लाख रुपये का कर्ज लेकर अपने बेटे को टूरिस्ट विजय पर विदेश भेजा था और एजेंट ने वादा किया था कि वह उसे किसी अच्छे देश में काम करने के लिए भेजेगा लेकिन उनके बेटे का फोन आया कि उन्हें पकड़ लिया है और जबरदस्ती रूसी सेना में भर्ती कर लिया है और उनसे एक लिखित इकरारनामा भी लिया है, जिसकी भाषा उन्हें समझ में नहीं आती है। उन्होंने उनसे पहले पकड़े गए युवकों यूक्रेन युद्ध में भेज दिया गया ह और अब उन्हें भी यूक्रेन युद्ध में भेजने की तैयारी चल रही है। पीड़ित परिवार सदमे में है। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी तरह भारत लाया जाए। पीड़ित परिवार ने सरकार से गुहार लगाई है कि उनके बच्चों को सुरक्षित लाने में मदद की जाए।
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