Edited By Kalash,Updated: 21 Aug, 2025 05:56 PM

मौसम विभाग के अनुसार आमतौर पर इस महीने में 350 से 425 मिलीमीटर बारिश होने की संभावना होती है।
गुरदासपुर (हरमन): इस साल मानसून के मौसम में जहां जून महीने में गुरदासपुर जिले के किसानों को सूखे जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा था, वहीं उसके बाद जुलाई और अगस्त महीने में इंद्र देवता ने बड़ी मेहरबानी दिखाई है। इन दोनों महीनों में गुरदासपुर जिले में अत्यधिक (सरप्लस) बारिश हुई है, जिसने न केवल लोगों को गर्मी से बचाया है, बल्कि फसलों की सिंचाई के लिए लगातार भूजल निकाले जाने पर भी रोक लगाई है।
अगर आंकड़ों पर गौर करें तो गुरदासपुर जिले में जून महीने में सामान्य से 50 से 60 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। जबकि जुलाई महीने में इस साल हुई बारिश ने पिछले करीब 10 सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। जुलाई महीने में गुरदासपुर जिले में इस साल 379.84 मिलीमीटर बारिश हुई थी। अगर अगस्त महीने के अब तक के 20 दिनों में हुई बारिश के आंकड़ों को देखें तो गुरदासपुर जिले में इन पहले 20 दिनों में 461.80 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जबकि मौसम विभाग के अनुसार आमतौर पर इस महीने में 350 से 425 मिलीमीटर बारिश होने की संभावना होती है।
जून महीने की स्थिति
इस साल जून महीने में गुरदासपुर जिले में केवल 41.5 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि यह सामान्यतः 80 से 100 मिलीमीटर तक होती है। पिछले सालों से तुलना करें तो 2023 में 186.6 मिलीमीटर, 2022 में 92.9 मिलीमीटर, 2021 में 85.4 मिलीमीटर और 2020 में 160 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी।
कहीं राहत तो कहीं आफत
इस साल अत्यधिक बारिश होने के कारण जहां आम लोगों और गुरदासपुर शहर में रहने वालों को कई तरह की समस्याओं और परेशानियों का सामना करना पड़ा है, क्योंकि पानी की सही निकासी न होने के कारण कई निचले इलाकों, सड़कों और बाजारों में पानी ने काफी नुकसान पहुंचाया है। लेकिन दूसरी तरफ, इस बार किसान बड़ी राहत महसूस कर रहे हैं। विशेष रूप से जिन खेतों में पानी की निकासी की अच्छी व्यवस्था है, वहां फसलों को पानी देने के लिए किसानों को ट्यूबवेल नहीं चलाने पड़ रहे और किसान बारिश के पानी से ही अपनी फसलों की सिंचाई कर रहे हैं। इससे पावरकॉम ने भी बड़ी राहत महसूस की है, क्योंकि ट्यूबवेल कम चलने से बिजली की मांग और खपत भी कम हुई है। इसी के साथ, घरों में भी एसी पहले के मुकाबले कम चलने से बिजली की खपत में भारी गिरावट आई है, जिससे जहां लोगों के बिजली बिलों में कटौती होगी, वहीं पावरकॉम को भी राहत मिलती दिख रही है।
फसलों की सेहत के लिए अच्छी है बारिश
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, फसलों की अच्छी पैदावार के लिए यह बारिश बहुत फायदेमंद साबित होगी। बारिश से जहां फसलें विभिन्न बीमारियों से मुक्त होंगी, वहीं कीटों के हमले का डर भी कम होगा। विशेष रूप से पत्ता लपेट सुंडी और अन्य कीटों का हमला धान और बासमती की फसल पर कम होगा।
फिलहाल, बारिश ने विभिन्न फसलों को लाभ ही पहुंचाया है। गुरदासपुर जिले के कुछ क्षेत्रों में पानी की निकासी का सही प्रबंध न होने के कारण वहां पानी जमा रहने से कुछ चुनिंदा खेतों में नुकसान हो सकता है। विशेष रूप से बेट के क्षेत्रों में कई किसान अक्सर यह शिकायत करते हैं कि वहां बारिश का पानी जल्दी न निकलने से कई बार किसानों को खेतों में ही खड़े पानी में से फसल की कटाई करनी पड़ती है। फिलहाल, जिले के अंदर ऐसी स्थिति देखने को नहीं मिली है और जिले में ज्यादातर रकबा सही स्थिति में ही है।
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