Edited By somnath,Updated: 19 Nov, 2019 11:33 PM
पी.एम.जी. चिल्ड्रन हॉस्पिटल जालंधर के डॉ. हरबीर मदान ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत उनके अस्पताल में तीन महीनों में 44 नवजात बच्चों का मुफ्त इलाज किया गया। उन्होंने बताया कि उनका अस्पताल इस योजना के तहत आते पैनल में शामिल है और कोई भी गरीब...
जालंधरः पी.एम.जी. चिल्ड्रन हॉस्पिटल जालंधर के डॉ. हरबीर मदान ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत उनके अस्पताल में तीन महीनों में 44 नवजात बच्चों का मुफ्त इलाज किया गया। उन्होंने बताया कि उनका अस्पताल इस योजना के तहत आते पैनल में शामिल है और कोई भी गरीब व्यक्ति जिसका आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्ड बना है वह उनके अस्पताल में अपने बच्चे का मुफ्त इलाज करवा सकता है।
-इस एंबुलैंस का कमीशनखोरी के चक्कर में नवजात बच्चों को प्राइवेट अस्पताल में किया जा रहा रैफर खबर के साथ कोई संबंध नहीं है।
सरकारी अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी
सरकारी अस्पतालों में आधारभूत की कमी के चलते सरकार की तरफ से बेहतर इलाज की सुविधाएं देने के उद्देश्य से प्राइवेट अस्पतालों को पैनल में शामिल किया गया है। योजना के तहत 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज करवाया जा सकता है।