Edited By swetha,Updated: 15 Jul, 2019 09:24 AM
कृष्णा नगर में रात 11.30 बजे एक घर की छत गिर गई जिसके नीचे सो रहे पिता और बेटी मलबे में दब गए। जब तक लोग राहत कार्य कर बाप और बेटी को मलबे से निकालते तब तक बेटी ने दम तोड़ दिया था जबकि घायल पिता को निजी अस्पताल ले जाया गया है।
जालंधर(मृदुल): कृष्णा नगर में रात 11.30 बजे एक घर की छत गिर गई जिसके नीचे सो रहे पिता और बेटी मलबे में दब गए। जब तक लोग राहत कार्य कर बाप और बेटी को मलबे से निकालते तब तक बेटी ने दम तोड़ दिया था जबकि घायल पिता को निजी अस्पताल ले जाया गया है।
जानकारी के अनुसार कृष्णा नगर की गली नंबर-3 में बने एक पुराने मकान के साथ लगती बिल्डिंग का कुछ दिन पहले ही लैंटर पड़ा था जिसका मलबा साथ वाले पुराने घर की छत पर रखवा दिया गया। लकड़ी व लोहे के गार्डर से बनी पुरानी छत मलबे का भार न सह पाई और रविवार रात छत गिर गई। जिस दौरान यह हादसा हुआ उस समय घर में रहते परिवार के कुछ सदस्य घर के बाहर बैठे थे जबकि कमरे में पिता और बेटी सो रहे थे। हादसे के दौरान 10 साल की बच्ची मलबे में दबने से गंभीर घायल हो गई थी जिसने अस्पताल ले जाते हुए दम तोड़ दिया। मृतका की पहचान सुषमा (10) पुत्री राधेश्याम के रूप में हुई है। उक्त लोग इलाके में ही मजदूरी का काम करते हैं।
सूत्रों के मुताबिक छत के गिरने से हुए धमाके ने पूरे मोहल्ले को हिलाकर रख दिया। अचानक से जब रोने की चीखें सुनकर आसपास के लोग बाहर आए तो उन्होंने बचाव कार्य परिवार वालों के साथ मिलकर शुरू किया। इसके बाद थाना बस्ती बावा खेल के एस.एच.ओ. मेजर सिंह तथा थाना 5 के एस.एच.ओ. रविंदर कुमार मौके पर फोर्स के साथ पहुंचे और मलबे में से घायलों को बाहर निकाला। एस.एच.ओ. मेजर सिंह ने बताया कि जिस घर की छत गिरी है उसके साथ वाली दुकान मंगा नामक व्यक्ति की थी जिसने कुछ दिन पहले दुकान का लैंटर डलवाया था और लैंटर का सारा मलबा कच्ची छत पर रखवा दिया था। उन्होंने कहा कि जांच के बाद दुकानदार मंगा पर बनती कार्रवाई की जाएगी।
3 बहनों और भाई में से सबसे छोटी थी सुषमा
वहीं पिता राधेश्याम ने पुलिस को बताया कि परिवार में उनका एक बेटा और 3 छोटी बेटियां हैं। सुषमा सबसे छोटी थी और स्कूल जाती थी। इस हादसे ने उनके घर की सारी खुशियां ही छीन लीं। उन्होंने आरोप लगाया कि मंगा को कितनी बार बोलने के बावजूद उसने मलबा नहीं हटाया था।