रात को ड्राइविंग टैस्ट सैंटर खोलकर ट्रैक पर कार लेकर घूम रहे थे व्यक्ति, दफ्तर खुला छोड़कर हुए फरार

Edited By Vaneet,Updated: 15 Jul, 2020 12:15 PM

driving test center people walking around on the track with a car

गोराया-फिल्लौर के मध्य गांव दोसांझ खुर्द में बना ऑटोमैटिक ड्राइविंग टैस्ट सैंटर लगातार चर्चा में आ रहा है। नए मामले के अनुसार ट्रैक पर देर रात....

गोराया(स.ह.): गोराया-फिल्लौर के मध्य गांव दोसांझ खुर्द में बना ऑटोमैटिक ड्राइविंग टैस्ट सैंटर लगातार चर्चा में आ रहा है। नए मामले के अनुसार ट्रैक पर देर रात टैस्ट ट्रैक के टैस्ट सैंटर के अंदर एक कार घूम रही थी, जिसकी सूचना मीडिया कर्मियों को मिली तो मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे तो ऑटोमैटिक ड्राइविंग टैस्ट सैंटर के मेन गेट व दफ्तर का ताला खुला हुआ देखा । सैंटर के अंदर एक एजैंट व  उसका साथी मौजूद था। जब मीडिया कर्मियों ने सैंटर में मौजूद दोनों व्यक्तियों को अपने कैमरों में कैद किया तो वे वहां से भागने लगे। भगदड़ में वे सैंटर के ताले, लाइटें, सारा रिकार्ड खुला छोड़कर वहां से फरार हो गए। उक्त लोगों ने कवरेज कर रहे पत्रकारों पर कार भी चढ़ाने की कोशिश की।

ट्रैक इंचार्ज दीपक सूरी ने अपनी जिम्मेदारी से भागते हुए सारा कसूर सिक्योरटी गार्ड पर डाल दिया। सूरी ने कहा कि वह 5 बजे सैंटर से चले गए थे। सैंटर की चाबियां सिक्योरिटी गार्ड के पास होती हैं। वह सैंटर को खुला छोड़ गया, लेकिन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सैंटर की जिम्मेवारी ट्रैक इंचार्ज की होती है। अब सवाल उठता है कि इस ट्रैक पर एजैंटों द्वारा नंबर दो का खेल खेला जा रहा है।   

आज तक मैं कभी भी ट्रैक की चाबी नहीं लेकर गया: महेन्द्र सिंह
वहीं सिक्योटी गार्ड महेन्द्र सिंह ने कहा कि वह आज छुट्टी पर है। सोमवार को वह ट्रैक का ताला लगाकर गया था। जो ट्रैक इंचार्ज उन पर चाबी ले जाने या चाबी उनके पास होने की बात कह रहे हैं वह कोरा झूठ है। वह खुद सैंटर के गेट व दफ्तर के गेट को ताला लगाकर गए थे। वह कभी भी सैंटर की चाबी अपने साथ नहीं लेकर गए, जिस कारण ट्रैक इंचार्ज की कार्यप्रणाली पर कई प्रकार के सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। अगर सैंटर को शाम 5 बजे ताला लगाकर सभी गए हैं तो एजैंट के पास चाबी कहां से आ गई। 4 बजे के बाद ट्रैक पर गाड़ी नहीं आ सकती रात्रि साढ़े 8  बजे ट्रैक पर गाड़ी कैसे घूम रही थी? फिलहाल मामले की जांच के बाद सब साफ हो सकेगा कि आखिर कौन भागा तथा किसने ट्रैक का गेट खुलवाया था।

घर से ताला लाकर देर रात्रि पटवारी ने आकर बंद किया सैंटर 
मीडिया कर्मियों की ओर से सारा मामला एस.डी.एम. फिल्लौर डा.विनीत कुमार विशिष्ट के ध्यान में रात को लाया गया है और बताया कि कैसे सरकारी रिकार्ड  को राम भरोसे छोड़कर सैंटर में मौजूद लोग मीडिया को देखकर भाग गए।  करीब दो घंटे के बाद सब तहसील गोराया से साईकिल पर चौकीदार सैंटर को ताला लगाने के लिए आया जिसके बाद पटवारी पवन कुमार भी घर से ताला लेकर आए जिन्होंने सैंटर को बंद किया। 

लोगों को करना पड़ा भारी समस्याओं का सामना 
 देर रात्रि  सैंटर के दफ्तर व मेन गेट को ताला लगाकर चाबी पटवारी पवन कुमार अपने साथ ले गए थे। सुबह ऑटोमैटिक ड्राइविंग टैस्ट सैंटर पर कार्य करवाने आए लोगों व स्टाफ को भीषण गर्मी में सड़क पर खड़े होकर इंतजार करना पड़ा।

जांच जारी, होगी कार्रवाई: एस.डी.एम.
इस संबंधी एस.डी.एम. फिल्लौर डा.विनीत कुमार विशिष्ट ने कहा कि मामला कल रात ध्यान में मीडिया कर्मियों द्वारा लाया गया था। फिलहाल जांच जारी है, जल्दी ही नतीजा लोगों के सामने होगा। मामले संबंधी समार्ट चिप कंपनी के सीनियर अधिकारियों को जानकारी दे दी गई है। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!