Edited By Bhupinder Ratta,Updated: 16 Jul, 2019 12:01 PM
तंदरुस्त पंजाब मिशन के अधीन पानी से पैदा होने वाली बीमारियों के खिलाफ विशेष अभियान को जारी रखते हुए स्वास्थ्य विभाग के एंटी लारवा सैल ने सोमवार को शहर के विभिन्न इलाकों में डेंगू लारवा के 67 मामलों का पता लगाया।
जालंधर(रत्ता): तंदरुस्त पंजाब मिशन के अधीन पानी से पैदा होने वाली बीमारियों के खिलाफ विशेष अभियान को जारी रखते हुए स्वास्थ्य विभाग के एंटी लारवा सैल ने सोमवार को शहर के विभिन्न इलाकों में डेंगू लारवा के 67 मामलों का पता लगाया। सिविल सर्जन डा. गुरिन्द्र कौर चावला और एपीडिमोलॉजिस्ट डा. सतीश कुमार के निर्देशों पर एंटी लारवा सैल की अलग-अलग टीमों ने गांधी कैंप, बङ्क्षडग़ टोबरी मोहल्ला, कोट बाबा दीप सिंह, विजय नगर, अवतार नगर, काजी मंडी, सरस्वती विहार, किशनपुरा, नवीं बारादरी, गढ़ा में कनियावाली मोहल्ला और बस्ती दानिशमंदां के लसूड़ी मोहल्ला में जांच की।
टीमों ने किया 795 घरों का दौरा
जांच के दौरान टीमों ने 795 घरों का दौरा किया, जहां 1088 फालतू कंटेनर और 322 कूलरों की जांच की। टीमों ने 67 स्थानों पर डेंगू के लारवा का पता लगाया, जिसमें ज्यादातर 19 केस नवीं बारादरी, 14 लसूड़ी मोहल्ला, 10 काजी मंडी और अन्य में पाए गए।
अभियान का उद्देश्य मच्छरों के लारवा की पहचान करना
टीम ने लोगों के साथ बातचीत करते हुए उन्हें अवगत कराया कि यह स्थान डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारियों को फैलाने के लिए मच्छरों के प्रजनन वाले स्थान के रूप में कार्य कर सकते हैं।
इस अभियान का उद्देश्य मच्छरों के लारवा के विकास के लिए संवेदनशील स्थानों की पहचान करना है। यह विशेष निरीक्षण तंदरुस्त पंजाब मिशन के अधीन ड्राइव का हिस्सा है, ताकि पानी से पैदा होने वाली बीमारियों के बारे में पहले से ही पता किया जा सके।