Edited By swetha,Updated: 16 Jul, 2019 11:49 AM

मॉनसून के चलते रावी दरिया पर बने पैंटून पुल को लगभग 105 दिनों के लिए उठा दिया गया है, जिसके चलते रावी के उस पार के 7 गांव में रहने वाले लोग पंजाब से कट कर टापू में तबदील हो गए हैं। गांवों में रहने वाले लोगों की तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है, जो...
जालंधर/दीनानगर (जसप्रीत) : मॉनसून के चलते रावी दरिया पर बने पैंटून पुल को लगभग 105 दिनों के लिए उठा दिया गया है, जिसके चलते रावी के उस पार के 7 गांव में रहने वाले लोग पंजाब से कट कर टापू में तबदील हो गए हैं। गांवों में रहने वाले लोगों की तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है, जो नेता चुनावों में इन गांवों में वोट मांगने गए थे, वे भी इन लोगों की इस हालत की सुध नहीं ले रहे हैं।
उक्त 7 गांव संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर के अधीन आते हैं, जहां से हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों मे सन्नी देओल सांसद बने हैं और उक्त इलाके (दीनानगर) से 2.5 साल पहले लोगों ने अरुणा चौधरी को विधायक चुना था।

गांव मकोड़ा व लूसियान के लोगों ने बताया कि जब तक दरिया में पानी कम है, तब तक तो वे किश्ती के जरिए रावी व उज्ज दरिया को पार कर इस ओर आते हैं परंतु अगर दरिया का बहाव ज्यादा हो तो टापू पर रहने को मजबूर हो जाते हैं ।

इसी कारण गांव में मैडीकल, शिक्षा, टैलीफोन, घरेलू जरूरत का सामान जैसी सुविधाएं नहीं पहुंच पातीं। पंजाब व केन्द्र सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। लोगों की मांग है कि इस समस्या के हल के लिए पक्का पुल बनाया जाए ताकि मॉनसून सीजन में जनजीवन प्रभावित न हो सके।
