Edited By Vatika,Updated: 18 Nov, 2019 03:44 PM
कोट खालसा स्थित न्यू आजाद नगर निवासी बलजीत कौर के कत्ल के मामले में साजिश करने वाले उसके पति सी.आर.पी.एफ. के इंस्पैक्टर
अमृतसर (अरुण): कोट खालसा स्थित न्यू आजाद नगर निवासी बलजीत कौर के कत्ल के मामले में साजिश करने वाले उसके पति सी.आर.पी.एफ. के इंस्पैक्टर गुरमिन्द्र सिंह सहित तांत्रिक गुरविन्द्र सिंह निवासी डबवाली व प्रेमिका वीरपाल कौर को सी.आई.ए. स्टाफ की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
हत्या करने वाले दोनों सुपारी किलर बाबा के चेले सुखदीप सिंह जे.पी. निवासी मसीता डबवाली व देसा निवासी सेखवा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें डबवाली रेड करने गई थीं पर उनके हाथ खाली ही रहे। डी.सी.पी. जांच मुखविन्द्र सिंह भुल्लर ने बताया कि दोनों फरार कातिलों के डबवाली में होने की सूचना पर अलग-अलग टीमें वहां भेजी गईं, जहां कुछ अहम सुराग मिले हैं। जांच कार्य प्रभावित होने का हवाला देते उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी के संबंध में कोई ठोस जानकारी न देकर कहा कि जल्द आरोपियों को काबू कर लिया जाएगा।
फ्लैश बैक
मृतका बलजीत कौर पत्नी इंस्पैक्टर गुरमिन्द्र सिंह निवासी न्यू आजाद नगर कोट खालसा की अपने पति गुरमिन्द्र सिंह से पिछले कुछ वर्षों से तकरार चल रही थी और दोनों अलग-अलग रह रहे थे। गुरमिन्द्र सी.आर.पी.एफ. 85 बटालियन चंडीगढ़ में तैनात था और बलजीत से तलाक मांग रहा था। उसके अर्बन स्टेट जालंधर फेज-2 निवासी वीरपाल कौर से अवैध संबंध चल थे। बलजीत को इसकी जानकारी थी और वह गुमिंद्र को किसी भी सूरत में तलाक नहीं देना चाहती थी। वह अपने बेटे के बालिग होने तक उसकी पढ़ाई और रहने का पूरा खर्च भी गुरमिन्द्र सिंह से मांग रही थी। वहीं वीरपाल कौर ने तांत्रिक बाबा गुरविन्द्र सिंह से गुरमिन्द्र को मिलवाया और बलजीत को ठिकाने लगाने के लिए तांत्रिक बाबा से 5 लाख रुपए में डील कर ली। फिर बाबा ने अपने दो चेलों को बलजीत कौर की हत्या का काम सौंपा, जिन्होंने एक दिन पहले बलजीत कौर के घर की रैकी की, रात अमृतसर शहर में ही ठहरे। अगले दिन बलजीत कौर के घर पहुंचे और गुरमिन्द्र की ओर से सामान भेजने की बात कह घर में दाखिल हुए और मोबाइल पर गुरमिन्द्र से उसकी बात भी करवाई। फिर गला घोंट कर बलजीत कौर का कत्ल कर दिया था।
तांत्रिक के खाते में जमा करवाए थे 2.70 लाख
इंस्पैक्टर सुखविन्द्र सिंह रंधावा ने बताया कि सी.आर.पी.एफ. इंस्पैक्टर गुरमिन्द्र सिंह और उसकी प्रेमिका वीरपाल कौर ने पूरी साजिश रचकर बलजीत कौर को ठिकाने लगाने के बदले तांत्रिक बाबा से 5 लाख रुपए में सौदेबाजी की थी और उसके खाते में 2 लाख 70 हजार रुपए जमा करवाए थे। वारदात को अंजाम देने बाद में दोनों चेलों को जालंधर बस अड्डे पर 2 लाख रुपए नकद दिए गए थे।