Edited By Vatika,Updated: 02 Dec, 2025 12:25 PM

अमृतसर के भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के चार सीमावर्ती गांवो में ड्रोन की
अमृतसर(नीरज): एक तरफ जहां जे.सी.पी. अटारी बॉर्डर और बी.एस.एफ. हैड क्वार्टर खासा में बी.एस.एफ. की तरफ से 61वां स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा था तो वही अमृतसर के भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के चार सीमावर्ती गांवो में ड्रोन की मूवमैंट हुई है। इसमें बी.एस.एफ. की तरफ से तस्करों के इरादों को नाकाम करते हुए 7 करोड़ की हैरोइन, एक ड्रोन, एक पिस्टल जिसके साथ 6 कारतूस, पिस्टल पार्ट और 120 ग्राम अफीम को जब्त किया गया है।
मामला नंबर-1 : पहले मामले में जे.सी.पी. अटारी बॉर्डर के बिल्कुल नजदीक सीमावर्ती गांव काहनगढ़ के खेतों में बी.एस.एफ. की तरफ से 529 ग्राम हैरोइन का एक पैकेट जिसके साथ पिस्टल पार्ट और एक खाली मैग्जीन जब्त किया गया है। सीमावर्ती गांव काहनगढ़ की बात करें तो यह रिट्रीट सैरेमनी स्थल के लगभग 300 मीटर नजदीक है।
मामला नंबर-2 : दूसरे मामले में सीमावर्ती गांव धनौवा कला के इलाके में बी.एस.एफ. ने एक पिस्टल जिसके साथ छ: जिंदा कारतूस व 120 ग्राम अफीम को जब्त किया है। अमृतसर का यह सीमावर्ती गांव ड्रोन की मूवमैंट हैरोइन और हथियारों की तस्करी के लिए उन सबसे बदनाम गांवो की सूची में है, जहां ड्रोन की मूवमैंट सबसे ज्यादा होती है, लेकिन तस्करों का कोई आता पता नहीं चल रहा है।
मामला नंबर-3 : तीसरे मामले में बी.एस.एफ. ने सीमावर्ती गांव अल्ला बख्श के इलाके में 527 ग्राम हैरोइन का पैकेट जब्त किया है। इस पैकेट के साथ एलिमिनेशन स्टिक्स भी लगाई गई थी, ताकि रात के समय में तस्कर हैरोइन के पैकेट को रोशनी के साथ आसानी में उठा सके। इस गांव में भी पिछले कुछ माह से ड्रोन की मूवमैंट काफी ज्यादा हो रही है, लेकिन तस्करों का कोई अता-पता नहीं चल रहा है।
मामला नंबर-4 : चौथे मामले में बी.एस.एफ. अमृतसर सेक्टर की टीम ने सीमावर्ती गांव नेष्टा जो की बॉर्डर फेंसिंग से आधा किलोमीटर भी दूर नहीं है, वहां पर एक मिनी पाकिस्तानी ड्रोन को जब्त किया है। यह गांव पुलमोरा गांव के साथ भी सटा हुआ है। जहां आए दिन ड्रोन की मूवमेंट रहती है, लेकिन यहां पर सरगरम तस्कर सुरक्षा एजैंसियो के शिकंजे में नहीं आ रहे है।
ड्रोन मूवमैंट के लिए बार-बार लोकेशन बदल रहे तस्कर
अमृतसर के 153 किलोमीटर लंबे भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर 13 से 14 ऐसे सीमावर्ती गांव है जहां पर लगातार ड्रोन की मूवमैंट हो रही है लेकिन जैसे ही बी.एस.एफ. इन गांवो की तरफ अपना ट्रैप लगाती है तो तस्कर बड़े ही रहस्यमय तरीके से दूसरे गांवो की लोकेशनों पर ड्रोन की मूवमैंट करना शुरू कर देते हैं और हैरोइन व हथियारों की खेप भेज रहे हैं। इस संबंध में बी.एस.एफ. पंजाब फ्रंटियर के आई.जी. अतुल फुलजैली भी खुलासा कर चुके हैं कि तस्कर बार-बार अपनी लोकेशन बदलकर ड्रोन की मूवमैंट करवाते हैं, ताकि बी.एस.एफ. के ट्रैप से निकल सके। इसके बावजूद अभी तक बी.एस.एफ. की तरफ से 275 ड्रोन जब्त किए जा चुके हैं।
केंद्र व स्टेट एजैंसियों को ज्वाइंट आप्रेशन करने की जरूरत
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर फर्स्ट लाइन ऑफ़ डिफैंस के साथ-साथ देहाती पुलिस की सैकंड लाइन ऑफ़ डिफैंस भी काम कर रही है। इसके बाद सिटी पुलिस जिसको थर्ड लाइन ऑफ़ डिफैंस भी माना जाता है। बड़ी प्रमुख्ता के साथ अपना काम कर रही है लेकिन जिस प्रकार से ड्रोन की मूवमैंट, जिसमें हैरोइन व हथियारों की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। उसको देखते हुए सभी केंद्र और स्टेट की सुरक्षा एजैंसियों को मिलकर ज्वाइंट आप्रेशन चलाने की जरूरत है और बार-बार जिन 13 से 14 गांवो में ड्रोन की मूवमैंट देखी जा रही है, वहां पर एक बड़ा सर्च आप्रेशन चलाने की जरूरत है और खास तौर पर रात के समय में नाकाबंदी करने और सर्च आप्रेशन चलाने की जरूरत है, ताकि उन लोगों को गिरफ्तार किया जा सके, जो देश के साथ गद्दारी कर रहे हैं। इन गिने-चुने गांवो की बात करें तो यह ऐसे गांव है, जहां काफी संख्या में आबादी एन.डी.पी.एस. केसों के मामले में जेलो के अंदर है।
हवेलिया गांव में 7 फुट का ड्रोन मिलना खतरनाक संकेत
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित हवेलिया गांव जो तस्करी के मामले में सबसे शुरुआती गांवों में से एक है और यहां पर काफी संख्या में ऐसे घर है, जहां के निवासी हैरोइन तस्करी, हथियारों की तस्करी, सोने की स्मगलिंग के मामले में जेलों में कैद है। इनमें से हैरोइन तस्करी का प्रमुख सरगना बलविंदर सिंह उर्फ बिल्ला सरपंच का नाम सबसे पहले आता है। बिल्ला इस समय आसाम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है, लेकिन इस गांव में हाल ही में 7 फीट लंबा ड्रोन जोकि एक डिच में पड़ा हुआ था, के मिलने के बाद खतरनाक संकेत मिल रहे हैं। ऐसा गांव जो हैरोइन तस्करी के मामलों में सबसे ज्यादा बदनाम है, उसे गांव में ही अगर सात-सात फुट के ड्रोन उड़ रहे हैं तो माना जा सकता है कि सीमावर्ती गांवो में किस प्रकार के हालात हैं।