चंडीगढ़(रमनजीत): पंजाब के मुसलमान नेताओं समेत पूर्व विपक्ष के नेता विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने चंडीगढ़ में एक प्रैस कांफ्रैंस कर मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह के व्यवहार की निंदा की, जो वक्फ बोर्ड में अहम नियुक्तियां व भर्ती करते समय मुसलमानों के साथ पक्षपात कर रहे हैं।
खैहरा ने कहा कि कैप्टन ने गैर-पंजाबी मुसलमान जुनैद रजा को पंजाब वक्फ बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया है, जो रामपुर (उत्तर प्रदेश) का नवाब है और मुख्यमंत्री का नजदीकी रजवाड़ाशाही मित्र भी है। यह नियुक्ति न सिर्फ गैर-कानूनी है, बल्कि पंजाब के समूचे मुस्लिम भाईचारे के साथ भेदभाव भी है, उन्हें मुसलमानों के स्थानीय नेता को चेयरमैन की अहम पद पर नियुक्त करना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि पंजाब वक्फ बोर्ड के 10 में से 4 सदस्य गैर-पंजाबी हैं, जो बोर्ड का चेयरमैन चुनते हैं। बदकिस्मती से कै. अमरेंद्र ने कुर्सी का दुरुपयोग कर स्थानीय मुसलमानों के दावों को अनदेखा कर बाहरी गैर-पंजाबी मुसलमान जुनैद रजा को बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त कर दिया। खैहरा ने मुख्यमंत्री से मांग की कि गैर पंजाबी मुसलमान को पंजाब वक्फ बोर्ड का चेयरमैन बनाने के फैसले पर पुर्नविचार करें और पंजाब के योग्य मुसलमान नेता को सम्मान प्रदान करें।
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