Edited By swetha,Updated: 04 Aug, 2019 05:00 PM
फर्जी ट्रैवल एजैंट के चक्कर में फंसकर पंजाब निवासी सरबजीत कौर को दुबई में एक घर में मेड की नौकरी मिली थी।
अमृतसर: फर्जी ट्रैवल एजैंट के चक्कर में फंसकर पंजाब निवासी सरबजीत कौर को दुबई में एक घर में मेड की नौकरी तो मिल गई, लेकिन पांच माह बाद उसने जब वेतन मांगा तो उसे डेढ़ माह का ही वेतन दिया गया। उसकी मालकिन ने उसे यह भी बताया कि अब उसे 10 महीने तक एग्रीमैंट के मुताबिक घर में मुफ्त काम करना पड़ेगा। एग्रीमैंट के नाम पर हुई ठगी का नाम सुनकर सरबजीत के होश उड़ गए और उसने परेशान हो कर तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। ट्रैवल एजैंट के धोखे का शिकार हुई सरबजीत कौर अब दुबई के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है।
यह है मामला
दुबई के राशिद अस्पताल के वार्ड-30 के कमरे नं. 8315 के आई. सी.यू. में जिंदगी और मौत के साथ लड़ रही सरबजीत कौर के जीजा अवतार ईसा मसीह ने बताया कि उसकी साली को ट्रैवल एजैंट मबरूब ईसा मसीह निवासी चंडीगढ़ पत्ती काला अफगाना ने 13 फरवरी 2019 को टूरिस्ट वीजा पर दुबई भेजा था। उसने कहा था कि वह टूरिस्ट वीजा को वर्क परमिट में तबदील करवा देगा। वहां पहुंचकर सरबजीत एक घर में नौकरी करने लगी। उसे 5 माह काम करने के बाद सिर्फ डेढ़ माह का वेतन दिया गया। जब इस बारे में उसने अपनी मालकिन से पूछा तो उसने कहा कि एग्रीमेंट मुताबिक उसे 10 माह फ्री में काम करना होगा। पुलिस का डर दिखा कर उससे जबरन काम करवाया जाने लगा। जब इस बारे उसने अपने घर वालों को बताया तो वह ट्रैवल एजैंट के पास गए तो उसने उनका साथ देने से मना कर दिया। घर वालों ने सरबजीत कौर के साथ आखिरी बार 18 जून 2019 को फोन पर बात की। इसके बाद उसकी मालकिन ने उनको सूचना दी कि सरबजीत ने की तीसरी मंजिल से छलांग मार दी है। वह गंभीर हालत में आई.सी.यू. में उपचाराधीन है।
जिंदगी भर चल नहीं सकेगी सरबजीत
अब तक मिली मैडीकल रिपोर्ट अनुसार सरबजीत कौर का दाहिना हिस्सा पूरी तरह डैमेज हो चुका है। डाक्टरों अनुसार वह कितने दिन जिंदा रहेगी, इस बारे में कुछ भी कहना मुश्किल है। पर वह कभी चल नहीं सकेगी। पूरा जीवन अपहिज की तरह व्यतीत करना होगा। अवतार ईसा मसीह ने कहा कि उन को इस बात की भी धीरे -धीरे पुष्टि हो रही है कि उस की साली को उसकी मालकिन या उसके रिश्तेदार की तरफ से तीसरी मंजिल से फैंका गया है। इस बारे उन विदेश मंत्रालय, प्रधानमंत्री और ह्यूमन राइट्स को भी पत्र लिखे हैं। अवतार ईसा मसीह ने बताया कि उन्होंने उक्त ट्रैवल एजेंट के बारे में फतेहगढ़ चूड़ियों के डी.एस. पी. को 22 जून को शिकायत दी थी परन्तु आज तक पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। वहीं इस मामले पर डी. सी. पी. फतेहगढ़ चूड़ियों के साथ संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच उपरांत मुलजिमों विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ट्रैवल एजैंटों का माया जाल
पैसे कमाने के लिए खाड़ी देशों में जाने वाले भारतीय कई बार इस कदर मुश्किल में फंस जाते हैं, यहां न तो उनको वहां की सरकार से कोई मदद मिलती है,न ही भारत से उनको कोई जल्द राहत पहुंचाई जा सकती है। इस कारण बहुत से लोगों को जेल तक जाना पड़ता है। ऐसे मामलों में ट्रैवल एजैंट सीधे तौर पर जिम्मेदार होते हैं। एजैंट बिना जानकारी दिए अपने शिकार को खाड़ी देशों में भेज कर मोटी रकम तो ले लेते हैं, पर मासूम लोगों की जान जोखिम में डाल देते हैं।