Edited By Subhash Kapoor,Updated: 10 Jul, 2025 08:39 PM

जिला प्रशासन ने एक अहम और सख्त कार्रवाई की है। जिले के तीन पंचायत सचिवों को उनके आधिकारिक कार्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई जालंधर के डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल द्वारा की गई।
जालंधर : जिला प्रशासन ने एक अहम और सख्त कार्रवाई की है। जिले के तीन पंचायत सचिवों को उनके आधिकारिक कार्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई जालंधर के डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल द्वारा की गई।
निलंबित अधिकारियों में पंचायत समिति जालंधर वेस्ट के दो सचिव प्रशोतम लाल और दिलबाग सहोता, तथा पंचायत समिति फिल्लौर के सचिव परविंदर सिंह शामिल हैं। इन तीनों अधिकारियों पर अपने दायित्वों में गंभीर लापरवाही और प्रशासनिक अनुशासनहीनता के आरोप लगे थे। जांच के दौरान यह पाया गया कि इन्होंने न केवल फील्ड स्तर पर कार्यों की निगरानी में कोताही बरती बल्कि योजनाओं के क्रियान्वयन में भी अनियमितताएं सामने आईं।
निलंबन की अवधि में ये अधिकारी जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी (DDPO), जालंधर के अधीनस्थ रहेंगे। यहीं से इन्हें प्रशासनिक आवश्यकताओं के अनुसार कार्य सौंपे जाएंगे, लेकिन किसी भी पंचायत से प्रत्यक्ष तौर पर जुड़े कार्यों में इनकी कोई भूमिका नहीं होगी।
डीसी ने दी सख्त चेतावनी
डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने इस कार्रवाई को प्रशासनिक जवाबदेही की दिशा में उठाया गया आवश्यक कदम बताया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि, “यह निलंबन सरकार की उस प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जिसके तहत हम राज्य की जनता को स्वच्छ, पारदर्शी और जिम्मेदार प्रशासन देना चाहते हैं। ड्यूटी में किसी भी तरह की चूक, चाहे वह कितनी भी मामूली क्यों न हो, अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”