Edited By Subhash Kapoor,Updated: 26 Aug, 2025 09:55 PM

पंजाब में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
दीनानगर (हरजिंदर सिंह गोराया): पंजाब में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य में सबसे ज़्यादा प्रभावित ज़िला गुरदासपुर माना जा रहा है, जहां रावी दरिया (नदी) का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। जलस्तर बढ़ने से दीनानगर हलके के कई गांव पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। ताज़ा जानकारी के अनुसार लगभग 20 गांवों में पानी भर चुका है, जिससे ग्रामीणों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
गांवों के घरों में पानी घुस जाने से लोग अपनी छतों और ऊँचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि रातभर जागकर उन्हें बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि हर वक्त खतरा मंडरा रहा है कि पानी और तेज़ी से उनके घरों को नुकसान पहुंचा सकता है। कई जगहों पर मवेशी और घरेलू सामान भी पानी में बह गया है।
प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज़ कर दिए हैं। एस.डी.आर.एफ. और स्थानीय प्रशासन की टीमें प्रभावित इलाकों में पहुंचकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर रही हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने भी गांवों में मेडिकल टीमों को अलर्ट पर रखा है ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तुरंत मदद उपलब्ध करवाई जा सके।
इस बीच, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान कल सुबह गुरदासपुर पहुंचने वाले हैं। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, सीएम मान कल सुबह करीब 9:30 बजे दीनानगर क्षेत्र का दौरा करेंगे और बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायज़ा लेंगे। मुख्यमंत्री खुद मौके पर जाकर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे और प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनेंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई दिनों से लगातार बारिश और रावी दरिया में पानी का तेज़ बहाव उनकी सबसे बड़ी चिंता बन गया है। बाढ़ के कारण ग्रामीणों की फसलें भी चौपट हो रही हैं, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान का अंदेशा है। हालांकि प्रशासन का दावा है कि स्थिति पर पूरी तरह नज़र रखी जा रही है और प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री जैसे खाने-पीने का सामान, पानी और दवाइयाँ पहुंचाई जा रही हैं। लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें अभी भी ज्यादा मदद की आवश्यकता है।
