Edited By Kalash,Updated: 08 Jul, 2025 02:06 PM

गंभीर हार्ट अटैक के मरीजों के लिए वरदान साबित हुआ है।
अमृतसर (दलजीत): पंजाब सरकार के आदेशानुसार स्वास्थ्य मंत्री पंजाब डॉ. बलबीर सिंह द्वारा पंजाब के कुल 23 जिलों में अमृत मिशन के तहत स्टेमी कार्यक्रम की शुरुआत 1 जुलाई 2025 को की गई, जो गंभीर हार्ट अटैक के मरीजों के लिए वरदान साबित हुआ है।
इसी कार्यक्रम के तहत सिविल अस्पताल अमृतसर में जिला अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी के सहयोग से सिविल सर्जन अमृतसर डॉ. किरणदीप कौर द्वारा अमृत मिशन स्टेमिंग परियोजना के तहत एक मरीज की जान बचाई गई। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. किरणदीप कौर ने बताया कि अमृत मिशन (एक्यूट मायोकार्डियल रिपरफ्यूजन इन टाइम) मिशन के अंतर्गत स्टेमी (एस.टी. सेगमेंट एलिवेटेड मायोकार्डियल इन्फ्यूजन) प्रोग्राम के तहत गंभीर हार्ट अटैक वाले मरीजों को टैनियाक्टाइलेज नामक इंजैक्शन दिया जाता है, जो विशेषज्ञ डॉक्टर की देख-रेख में ईसीजी रिपोर्ट चेक करने के बाद लगाया जाता है। इस इंजैक्शन से गंभीर हार्ट अटैक के मरीजों को बड़ी राहत मिलती है। इस प्रोग्राम के तहत बाजार में काफी महंगे रेट पर मिलने वाला यह इंजैक्शन सरकार की ओर से सिविल अस्पतालों और एस.डी.एच. स्तर पर मुफ्त मुहैया करवाया जाता है।
इस प्रोग्राम के तहत सिविल अस्पताल अमृतसर में एस.एम.ओ. डॉ. रश्मि विज और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने स्टेमी प्रोग्राम के तहत गंभीर हार्ट अटैक के बाद एक मरीज को जीवन रक्षक इंजैक्शन लगाकर उसकी जान बचाई। इसके बाद मरीज को अमृतसर मैडिकल कॉलेज रैफर कर दिया गया। जहां पर डी.एम. कार्डियोलॉजिस्ट डा. परमिंदर सिंह अभी भी मरीज का इलाज कर रहे हैं। इस दौरान जिला परिवार कल्याण अधिकारी एवं स्टेमी कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. नीलम भगत ने बताया कि जिला स्तरीय स्टेमी कार्यक्रम के तहत विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बनाई गई है, जो आपातकालीन परिस्थितियों में मरीज की ई.सी.जी. व अन्य रिपोर्ट की जांच के बाद इस इंजैक्शन की सलाह देते हैं। इस इंजैक्शन की मदद से कई गंभीर हार्ट अटैक के मरीजों की जान बचाई जा सकेगी।
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