Edited By Kalash,Updated: 30 Jan, 2025 03:43 PM
इस मामले में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी द्वारा लुधियाना और अमृतसर के डीसी को भेजे पत्र में स्पष्ट किया गया है कि लुधियाना की तहसील पूर्वी और पश्चिम के साथ अमृतसर की तहसील-1 में रजिस्टर्ड होने वाले वसीको को साइन कर तुरंत वापिस देने की जगह खरीददारों को...
लुधियाना (पंकज): एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (रेवन्यू) की तरफ से लुधियाना की तहसीलों में रजिस्टर्ड हुए दस्तावेज साइन कर खरीददार को तुरंत वापिस करने के मामले में लेट-लतीफी दिखाने पर भेजे पत्र के बाद डीसी जतिंदर जोरवाल की तरफ से पूर्वी तहसील में तैनात सब-रजिस्ट्रार रंजीत सिंह की रजिस्ट्रेशन की पावर वापिस ले ली गई है।
इस मामले में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी द्वारा लुधियाना और अमृतसर के डीसी को भेजे पत्र में स्पष्ट किया गया है कि लुधियाना की तहसील पूर्वी और पश्चिम के साथ अमृतसर की तहसील-1 में रजिस्टर्ड होने वाले वसीको को साइन कर तुरंत वापिस देने की जगह खरीददारों को कई-कई दिन परेशान किया जा रहा है। लगातार इस संबंधी उनके पास लोग शिकायत कर रहे है और यह बेहद गंभीर मामला है। इस लिए रेवन्यू अधिकारियो को इस संबंधी सख्ती से आदेश दिए जाए कि वो डाक की वापसी उसी दिन करें, हालांकि इस पत्र में तीन तहसीलों में तैनात सब-रजिस्ट्रार को अंकित किया गया है लेकिन डीसी जोरवाल की तरफ से वीरवार सुबह ही तहसीलदार रंजीत सिंह की पावर विड्रा करने और उनकी जगह दूसरे अधिकारियों की तैनाती संबंधी पत्र जारी कर दिया गया।
जगरांव के वसीका पूर्वी में रजिस्टर्ड
उधर तहसीलदार रंजीत सिंह जिनके पास पक्का चार्ज जगरांव का है जबकि पूर्वी तहसील में बतौर सब-रजिस्ट्रार का अतिरिक्त चार्ज था पर हुई इस करवाई के पीछे की अहम वजह जगरांव से संबंधित वसीको को पूर्वी तहसील में ड्यूटी दौरान रजिस्टर्ड करने पर उठे विवाद को माना जा रहा है। इस मामले में जगरांव के एक वकील द्वारा की गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि तहसीलदार रंजीत सिंह ने लुधियाना पूर्वी में होने के बावजूद जगरांव से संबंधित 6 रजिस्ट्रियां कर दी, जो की सरासर गैरकानूनी है। इसका पता चलने पर जब उन्होंने मामले की जांच की तो सामने आया की जगरांव तहसील में तैनात आर.सी. की कथित सलिप्तता के चलते तहसीलदार रंजीत सिंह ने मोबाईल पर प्रापर्टी खरीदने और बेचने वालो की फोटो कर वसीको को उस समय रजिस्टर्ड कर दिया जब वो पूर्वी तहसील में वसीको की रजिस्ट्रेशन काम कर रहे थे। जब उनसे इस संबंधी पूछा गया की उन्होंने एक तहसील के वसीके दूसरी तहसील में कैसे रजिस्टर्ड कर दिए तो उन्होंने कहा कि ऐसा करने के लिए डीसी ने उन्हें कहा था।
पहले भी हो चूका ऐसा कारनामा
बता दे की पहले भी ऐसा ही मामला सामने आ चुका है, जिसमे डेहलों में तैनात नायब तहसीलदार हरमिंदर सिंह चिम्मा जिन्हे केंद्रीय तहसील का अतिरिक्त चार्ज मिला हुआ था ने केंद्रीय तहसील से संबंधित दो दर्जन के करीब वसीको को डेहलों में रजिस्टर्ड कर दिया था। इसके खिलाफ विधायक जीवन संगोवाल ने डीसी को शिकायत दे थी। इसकी जांच में सामने आया की चिम्मा ने दोनों पक्षों को डेहलों तहसील में बुलाकर जिन 28 वसीको को रजिस्टर्ड किया था उनमे से 20 के साथ एनओसी ही नहीं थी।
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