Edited By Vatika,Updated: 10 Jul, 2024 10:40 AM
![punjab famous university students protest](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_7image_10_40_15663599732w3-ll.jpg)
पंजाब की मशूहर यूनिवर्सिटी में विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शन किया गया
अमृतसर: गुरु नानक देव विश्वविद्यालय (जी.एन.डी.यू.) में विभिन्न कोर्सों में चल रही दाखिला प्रक्रिया में रिजर्वेशन कोटे की कटौती करने के विरोध में विद्यार्थी संगठन सथ ने जी.एन.डी.यू. के मुख्य गेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जी.एन.डी.यू. प्रबंधन ने विद्याथियों की मांगें न मानीं तो वे बड़े स्तर पर कैंपस का घेराव और आंदोलन करेंगे।
विद्यार्थी संगठन सथ के नेताओं ने कहा कि अगर यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने उनकी मांगें न मानीं तो बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। नेताओं ने बताया कि गुरु नानक देव विश्वविद्यालय द्वारा दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को ग्रामीण कोटे के तहत 7 प्रतिशत, 2 प्रतिशत बॉर्डर एरिया व 4 प्रतिशत 1984 के दंगा पीड़ित परिवारों के बच्चों को आरक्षण दिया जाता था। उन्होंने बताया कि 2021 से इस आरक्षण कोटे को बंद कर दिया गया। विद्यार्थियों ने बताया कि वे इसका लगातार विरोध करते आ रहे हैं, लेकिन पंजाब की अन्य यूनिवर्सिटियों ने इस आरक्षण कोटे को किसी अन्य कोटे में बदल कर विद्यार्थियों को दाखिला दिया, जबकि जी.एन.डी.यू. प्रबंधन अपने फैसले पर अडिग रहा। जी.एन.डी.यू. प्रबंधन ने आरक्षण कोटे के तहत विद्यार्थियों को दाखिला देने से इंकार कर दिया।
आरक्षण पंजाब सरकार ने किया बंद : रजिस्ट्रार
इस संबंध में गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के.एस. काहलों का कहना था कि आरक्षण पंजाब सरकार द्वारा बंद किया गया है। ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया सैंट्रलाइज्ड होने के कारण जी.एन.डी.यू. की इसमें कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा कि वे पंजाब सरकार के नियमों और शर्तों के अनुसार ही विद्यार्थियों को दाखिला दे रहे हैं। इसके अलावा स्पोर्ट्स कोटे के तहत प्रत्येक कोर्स में 2 सीटों का आरक्षण विश्वविद्यालय की ओर से दिया जा रहा है।