Edited By Vatika,Updated: 17 Sep, 2025 04:08 PM

पंजाब केसरी में खबर छपने के बाद एक्सईएन साहिल गुप्ता ने तुरंत एक विशेष मीटिंग बुलाई
गोनियाना मंडी: गोनियाना बिजली बोर्ड में चल रहे बड़े घोटाले की खबर "पंजाब केसरी" में छपने के बाद आखिरकार विभाग हरकत में आ गया है। एक्सईएन साहिल गुप्ता की अगुवाई में कई टीमों ने गोनियाणा डिवीजन के अलग-अलग इलाकों में ताबड़तोड़ चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान कई संदिग्ध मीटर उतारकर सील किए गए और जांच के लिए लैब भेज दिए गए ताकि असली सच्चाई सामने लाई जा सके।
साहिल गुप्ता की अगुवाई में बड़ी कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, पंजाब केसरी में खबर छपने के बाद एक्सईएन साहिल गुप्ता ने तुरंत एक विशेष मीटिंग बुलाई और टीमों को निर्देश दिए कि मीटर चेकिंग में कोई लापरवाही न बरती जाए। इसके बाद टीमों ने मंडी और नजदीकी गांवों के घरों व दुकानों में जाकर मीटरों की जांच की। चेकिंग के दौरान कई मीटर संदिग्ध पाए गए जिन्हें उतारकर सील कर दिया गया और तुरंत लैब भेजा गया। लोगों का कहना है कि यह पहली बार हुआ है जब विभाग की तरफ से इतनी बड़ी कार्रवाई की गई है।
लोगों का गुस्सा और विजिलेंस जांच की मांग
हालांकि इस कार्रवाई के बाद भी लोगों का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ। मंडीवासियों का कहना है कि मीटर टेंपरिंग करने वाले कर्मचारी अकेले नहीं थे, बल्कि इसमें उच्च अधिकारियों की भी मिलीभगत थी। इस कारण लोगों ने सरकार और विभाग से साफ मांग की कि विजिलेंस द्वारा स्वतंत्र जांच करवाई जाए। उनका कहना है कि जब तक विजिलेंस जांच नहीं करेगी, तब तक पूरी सच्चाई सामने नहीं आ सकती।
संपत्तियों की जांच की मांग
इलाके के लोगों ने यह भी सवाल उठाया कि जिन कर्मचारियों और अधिकारियों ने सालों से यह घोटाला चलाया है, उनकी संपत्तियों की जांच भी होनी चाहिए। उनका कहना है कि कई कर्मचारियों की जीवनशैली और आय में असामान्य बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने महंगी गाड़ियां, कोठियां और जमीनें खरीदी हैं, जो उनकी सरकारी तनख्वाह से मेल नहीं खातीं। लोगों का मानना है कि अगर इनकी संपत्तियों की जांच की जाए तो बड़ा काला चिट्ठा सामने आ सकता है।
विभाग के लिए चुनौती
लोगों का कहना है कि यह कार्रवाई केवल शुरुआत है। अगर विभाग सचमुच अपनी छवि साफ करना चाहता है तो विजिलेंस की स्वतंत्र जांच, दोषी कर्मचारियों का निलंबन और उनकी संपत्तियों की जांच ही असली कदम होंगे। वरना यह पूरी कार्रवाई केवल लोगों के गुस्से को ठंडा करने का साधन समझी जाएगी।