Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Feb, 2018 08:00 AM
गांव गुलाबगढ़ में एक महिला से अश्लील हरकतें करने वाले जैला गिरि नामक साधु की आज ‘पब्लिक सॢवस’ हुई, जबकि उसका साथी कार छोड़कर फरार हो गया।
बठिंडा (सुखविंद्र): गांव गुलाबगढ़ में एक महिला से अश्लील हरकतें करने वाले जैला गिरि नामक साधु की आज ‘पब्लिक सॢवस’ हुई, जबकि उसका साथी कार छोड़कर फरार हो गया।
घर में हवन करने के बहाने आया साधु
गत सायं एक मारुति कार गांव गुलाबगढ़ में एक किसान के घर के बाहर आकर रुकी, जिसमें से 2 साधु उतरे। मुख्य साधु ने दरवाजे पर खड़े बच्चे से पूछा कि तुम्हारे पापा कहा हैं, जिसका जवाब था कि वह तो जेल में हैं, उसकी मां घर में है। घर की मालिक महिला भी बाहर आ गई।इसी दौरान बड़ी-बड़ी बातें कर उसने महिला से नए चोले के नाम पर 31 हजार रुपए की मांग की और कहा कि वह घर की सुख-शांति के लिए हवन भी करेंगे और वरदान भी देंगे।
साधु की नीयत में खोट देखकर उक्त महिला ने उसको अगले दिन सुबह 7 बजे आने को कह दिया। अगली सुबह 6.30 बजे ही साधु दोबार पहुंच गया। उसको कमरे में बिठाया गया, जबकि उसका साथी बाहर ही खड़ा रहा। साधु ने अपनी बुरी नीयत के तहत महिला की बाजुएं पकड़ लीं और अश्लील हरकतें करना लगा। जैसे ही साधु ने महिला को कहा कि ‘मेरी आंखों में आंखें डाल’’, तभी उक्त महिला के भतीजे बाहर निकल आए जो वहां पहले से छिपकर बैठे हुए थे। साधु का साथी वहां से पहले ही फरार हो चुका था। इस दौरान साधु की खूब धुनाई हुई, फिर उसको पंचायत के सामने पेश किया गया। गांव की महिलाओं, बुजुर्ग, नौजवानों, बच्चों सभी ने साधु पर हाथ साफ किया।
गांव महिता की पंचायत ने कुछ नहीं कहा साधु को
काफी मारपीट होने के बाद साधु ने बताया कि वह गांव महिता डेरे में रह रहा है, जिस पर गांव महिता की सरपंच गुरमेल कौर के पति अमरजीत सिंह व गण्यमान्यों को मौके पर बुलाया गया। अमरजीत सिंह ने भी उक्त साधु की हरकत पर शॄमदगी जाहिर की। साधु को उनके हवाले कर दिया गया। महिता पहुंच कर उन्होंने साधु को छोड़ दिया।
अमरजीत सिंह का कहना है कि महिता के श्मशानघाट में डेरा है, जहां उक्त साधु व उसके साथियों को बिठाया गया था। कुछ दिन पहले यह साधु आया था कि वह यहां भंडारा करना चाहता है जिसकी जिम्मेदारी गांव रामगढ़ (बरनाला) की पंचायत ने ली थी, जहां डेरे में वह पहले ही रह रहा है। भंडारे कारण ही साधु को डेरे में रुकने की इजाजत दी गई। वह नहीं जानते थे कि उक्त लोग साधुओं के रूप में घटिया व्यक्ति हैं। उक्त को पुलिस के हवाले नहीं किया गया, बारे पूछने उन्होंने कहा कि पुलिस को सूचित कर दिया गया था। पुलिस खुद ही कार्रवाई करेगी। इस दौरान महिता डेरे में बैठे अन्य साधु पहले ही फरार हो चुके थे। जबकि भारी मात्रा में भंडारे का सामान वहीं छोड़ गए जिसको गांव वासियों ने अन्य धार्मिक स्थानों पर छोड़ दिया।
गांव वासियों को मिलने लगी धमकियां
उक्त साधु का फोन गांव वासियों के पास ही रह गया था जिस पर कुछ महिलाओं के फोन आ रहे हैं कि ‘बाबा जी’ आपके साथ बहुत बुरा हुआ है। आप एक बार बोलो, हम गांव गुलाबगढ़ में जाकर संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज करवा कर कानूनी कार्रवाई करवा देते हैं। इस फोन पर गांव वासी कुछ नहीं बोले। गांव वासियों ने बताया कि वे एस.एस.पी. बङ्क्षठडा को शिकायत सौंपकर साधु ही नहीं, बल्कि धमकियां देने वाली महिलाओं के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करेंगे।
क्या कहती है पुलिस
थाना कोटफत्ता के मुखी राजिंद्रपाल सिंह का कहना है कि उनको मामले बारे पता जरूर लगा था लेकिन इस संबंधी कोई शिकायत नहीं मिली। इसलिए उक्त मामले संबंधी कोई कार्रवाई नहीं की गई और न ही साधु को गिरफ्तार किया गया है।