Edited By Urmila,Updated: 13 May, 2025 02:00 PM

मजीठा विधानसभा क्षेत्र के अधीन पड़ते तीन गांवों में देर शाम जहरीली शराब पीने से लोगों की हुई मौत मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।
पंजाब डेस्क: मजीठा विधानसभा क्षेत्र के अधीन पड़ते तीन गांवों में देर शाम जहरीली शराब पीने से लोगों की हुई मौत मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार मजीठा में जहरीली शराब कांड के पीछे स्थानीय नेता का हाथ होने की आंशका है। पुलिस जांच में भी सामने आया है कि यह राजनीतिक गठजोड़ की ओर इशारा कर रहा है। पुलिस जांच में संकेत मिले हैं कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह व अन्य के तार एक संगठित राजनीतिक-आपराधिक नेटवर्क से जुड़े पाए गए हैं। वहीं सूत्रों के अनुसार गिरफ्तारी आरोपियों से पूछताछ के बाद यह राज खुला है कि नकली शराब का कारोबार स्थानीय नेता के संरक्षण में फल-फूल रहा था जिससे फंडिंग और रसूख दोनों मिलें।
मजीठा विधानसभा क्षेत्र के अधीन पड़ते तीन गावों में देर शाम जहरीली शराब पीने से अब तक 17 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इससे पहले मृतकों की संख्या 8 थी, जिसमें गांव भंगाली के 3 , मरडी कलां के 3 और थरयेवाल के 2 लोग शामिल है। यह घटना मजीठा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाली चौकी भंगाली कलां के बिल्कुल नजदीक हुई। पता चला है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
जानकारी के अनुसार, इस नकली शराब रैकेट के किंगपिन और मुख्य सप्लायर समेत कुल 6 आरोपियों को 7 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान प्रभजीत सिंह, कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू, साहिब सिंह उर्फ सराए (निवासी मारड़ी कलां), गुरजंट सिंह और निंदर कौर (निवासी थिरेवाल) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि इस शराब रैकेट के किंगपिन साहिब सिंह और प्रभजीत सिंह नकली शराब की सप्लाई का मास्टरमाइंड थे। गिरफ्तार आरोपी कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू, मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह का भाई है। नकली शराब नेटवर्क की गहराई से जांच करते हुए यह उक्त खुलासा हुआ है।
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