Edited By Kamini,Updated: 19 May, 2025 12:22 PM

बड़ी संख्या में लोगों ने अपने मैरिज फंक्शन आदि अमृतसर के होटल/रिसॉर्टज में रद्द करवा दिए हैं।
अमृतसर : भारत-पाक तनाव के चलते जहां पर सभी प्रकार के कारोबारों पर विपरीत असर पड़ा है, वहीं पर सबसे अधिक असर अमृतसर के टूरिज्म पर पड़ा है। अमृतसर धार्मिक स्थानों पर पर्यटकों की संख्या 90 प्रतिशत कम हो चुकी है और जो 10 फीसदी टूरिस्ट ‘गुरु की नगरी’ में धार्मिक स्थान पर दर्शन करने आते भी हैं, वह सिर्फ दिन के समय ही आवागमन कर वापस लौट जाते हैं और उन्हें इस अवधि के दौरान रहने के लिए किसी आवास की आवश्यकता नहीं होती। यही कारण है कि यहां पर होटल और रिसॉर्ट पर इधर इसका सीधा असर पड़ रहा है, जो जीरो की स्थिति में पहुंचे हैं। यदि इसके अगले पहलू पर गौर करें तो इस इंडस्ट्री को दोहरा नुकसान इसलिए भी हुआ है कि 90 फीसदी से अधिक लोगों ने तो अपनी बुकिंग ही कैंसिल करवा दी है तो एक तरफ नुकसान दूसरी तरफ होटलों के अपने खर्च अलग शामिल हैं।
अमृतसर होटल रेस्टोरैंट एसोसिएशन सिविल लाइन (अहारा) का कहना है कि इसमें पंजाब को तो असर पड़ा ही है, लेकिन केवल अमृतसर में इस उद्योग को भारी नुक्सान सहना पड़ा है। अहारा ने इस संबंध में पंजाब सरकार से 300 करोड़ रुपए राहत पैकेज का की मांग की है। अहारा के अध्यक्ष ए.पी सिंह चट्ठा का कहना है कि इस समय अमृतसर के सभी होटल व यात्री निवास खाली पड़े हैं, उधर बिना ग्राहक के खाली होटल पर भी भरकम खर्च होता है जो कि इसकी मेंटेनेंस से संबंधित हैं। इसमें बिजली का बिल, पक्के कर्मचारियों का वेतन, जिसमें वेटर से लेकर कुकिंग स्टाफ तक शामिल है। उधर, नगर-निगम से संबंधित हाउस टैक्स, सफाई, सीवरेज व पानी इत्यादि के खर्च सभी शामिल हैं।

मैरिज एवं सेलिब्रेशन फंक्शन हुए रद्द!
अहारा के अध्यक्ष ए.पी सिंह चट्ठा ने कहा कि जिन बड़ी संख्या में लोगों ने अपने मैरिज फंक्शन आदि अमृतसर के होटल/रिसॉर्टज में रद्द करवा दिए हैं, उसका अधिक नुक्सान इसलिए सहना पड़ रहा है कि इसके लिए कैटरिंग आदि के लिए भी होटलों की तरफ से एडवांस रकम दी होती है। वहीं संबंधित फंक्शन का मेटीरियल भी कैटरज़ ने या तो बुक करवाया होता है अथवा खरीद चुके होते हैं जिससे इस पूरी आर्थिक मार का असर कई गुना बढ़ जाता है।
अगले आयोजन के लिए होंगी दूसरे डेस्टिनेशन को प्राथमिकता!
अध्यक्ष चट्ठा बताया कि जो फंक्शन यहां पर रद्द हो चुके हैं अगले आयोजन के लिए भी वह ग्राहक अमृतसर की बजाय उन मैरिज फंक्शंस और अन्य संबंधित सैलिब्रेशनज़ को दूसरे डेस्टिनेशन पर आयोजित करने का कार्यक्रम बनाएंगे। पत्रकार द्वारा यह पूछने ने पर कि इस बात का प्रमाण क्या है? तो उत्तर में चट्ठा बोले कि ऐसा ‘अहारा’ की कार्यकारिणी कमेटी ने विशेष रिपोर्ट दी है कि अगले आयोजन पंजाब की बजाय अधिकतर यू.पी. राजस्थान अथवा अन्य प्रदेशों में होंगे।
पंजाब की क्षतिपूर्ति के लिए बनाई जाए हाई पावर कमेटी
ए.पी.एस. चट्ठा जो अमृतसर के अतिरिक्त पंजाब होटल रिजॉर्ट एंड रेस्टोरैंट एसोसिएशन के सी.ई.ओ. भी है का कहना है कि यहां पर अमृतसर जो टूरिस्ट हब है, लेकिन इसके अलावा पूरे पंजाब में ही टूरिज्म उद्योग का भारी नुक्सान हुआ है। इसकी पूर्ति के लिए हाई-पावर कमेटी गठित की जाए, जिसमें टूरिज्म विभाग से संबंधित सीनियर अधिकारियों और चुनिंदा उच्च- शिक्षित विधायकों की कमेटी बनाकर जांच कर्रवाई जाए कि कितना नुक्सान हुआ है। सिंह ने कहा कि इसके उपरांत पूरे पंजाब के लिए पैकेज निश्चित किया जाए।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here