Edited By Mohit,Updated: 16 Oct, 2020 03:15 PM
पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) की गलतियों का खामियाजा खपतकारों को भुगतना पड़ रहा है।
अमृतसर (रमन): पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) की गलतियों का खामियाजा खपतकारों को भुगतना पड़ रहा है। घर में सिर्फ एक पंखा और एक बल्ब के साथ परिवार का गुजारा करने वाले लोगों को अधिक बिल भेजकर मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है। यह बात जिला भाजपा सचिव श्रुति विज ने वार्ड नंबर-12 के इलाके गंढा सिंह के वासियों से पी.एस.पी.सी.एल. द्वारा जारी किए गए गलत बिलों को दिखाते हुए कही। उन्होंने कहा कि पी.एस.पी.सी.एल. की गलतियों का खामियाजा आम जनता क्यों भुगते। अगर पी.एस.पी.सी.एल. द्वारा भेजे गए गलत बिलों को एक हफ्ते में ठीक ना किया गया और गलत रीडिंग दे रहे मीटरों को एम.ई. लैब से नहीं चैक करवाया गया तो मजीठा रोड स्थित पी.एस.पी.सी.एल. के आफिस का घेराव किया जाएगा।
बातचीत करते हुए विज ने कहा कि बिजली हर एक व्यक्ति की पहली जरुरतों में से एक है, जिसके बिना गुजारा किया जाना संभव नहीं। पी.एस.पी.सी.एल. खपतकारों को ठीक बिल नहीं भेज रहा है। खपतकारों को ऐवरेज खपत के आधार पर बिल जारी कर रहा है। पी.एस.पी.सी.एल. के कर्मचारी अपने शानदार आफिसों के बाहर निकलकर देखे कि क्या एक बिजली बल्ब और पंखे से 1 लाख रुपए बिल आ सकता है। हालांकि गरीबी रेखा में रह रहे परिवारों को 200 यूनिट बिजली भी माफ है, फिर भी उनका बिल 1 लाख रुपए से उपर आया है। इतना बिल आने पर जब इस परिवारों से बिल नहीं भरा गया तो उनका बिजली कनैक्शन भी काट दिया गया। परिवार का मीटर काटने के बावजूद उसको लगभग 10,000 रुपए बिल भेज दिया गया। इन परिवारों के बच्चे और बुजुर्ग सभी को बिना बिजली के रहना पड़ रहा है।
विज ने गलत बिलों की कापियां दिखाते हुए कहा कि पी.एस.पी.सी.एल. अपनी ओर से गलत बिल जारी करके खपतकारों के परेशान कर रहा है। इलाका वासियों ने कहा कि रीडिंग लेने आने वाले कर्मचारी भी उनकी बात नहीं सुनते और कई बार विभाग के आफिस के चक्कर काट चुके हैं लेकिन सुनवाई कोई नहीं। विज ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते पहले ही देश बुरे वक्त से निकल रहा है और लोग आर्थिक तौर पर कमजोर हो रहे हैं। उपर से पी.एस.पी.सी.एल. के अधिक बिल परेशानी का सबब बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सरकार बिजली जैसी पहली जरुरत को सस्ता करने में असफल रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 5 रुपए बिजली यूनिट देने का वचन किया है और जैसे ही पंजाब में 2022 में भाजपा की सरकार बनेगी तो सबसे पहले बिजली दरों पर काबू किया जाएगा।