Edited By Subhash Kapoor,Updated: 18 Dec, 2025 10:37 PM

एक बेहद कम आने वाले मामलों में बरसों बाद मलेरिया से एक व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि 35 वर्षीय मरीज जनकपुरी क्षेत्र का रहने वाला था। जांच में मलेरिया की पुष्टि हुई और बाद में मलेरिया से उसकी...
लुधियाना (सहगल): एक बेहद कम आने वाले मामलों में बरसों बाद मलेरिया से एक व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि 35 वर्षीय मरीज जनकपुरी क्षेत्र का रहने वाला था। जांच में मलेरिया की पुष्टि हुई और बाद में मलेरिया से उसकी मौत हो गई। सिविल सर्जन डा. रमनदीप कौर ने बताया कि मलेरिया से हुई मौत का मामला काफी बरसों बाद सामने आया है। उन्होंने कहा कि इसके कई कारण हो सकते हैं। मरीज की पृष्ठभूमि में वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। उन्होंने बताया कि जिले में उन्होंने मलेरिया की टेस्टिंग पहले से काफी बढ़ा दी है और सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों जिसमें टेस्ट ट्रीट एंड ट्रेक की नीति को अपनाया है, जबकि पहले मलेरिया के मामले में इतनी टेस्टिंग नहीं होती थी।
डेंगू के 539 मामले एक मरीज की मौत की पुष्टि
जिले में इस वर्ष डेंगू के 539 मामलों की स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है, जबकि इनमें एक 42 वर्षीय महिला जो प्रेम नगर की रहने वाली थी की मौत डेंगू से हुई है जबकि चार लोगों को संदिग्ध श्रेणी में रखा गया है। जिला एपीडिमोलॉजिस्ट डा. सुप्रीत कौर ने बताया कि सितंबर माह में आशा से अधिक बारिश होने के बावजूद उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीमों को डेंगू का लारवा नष्ट करने के लिए सक्रिय रखा, जिससे स्थिति पर काबू पाने में काफी मदद मिली। उन्होंने बताया कि जहां तक दूसरे जिलों व संदिग्ध मरीजों की संख्या का सवाल है, 5791 मरीज संदिग्ध श्रेणी में रिपोर्ट हुए, दूसरे जिलों से संबंधित मरीजों के बारे में वहां के सिविल सर्जन को रिपोर्ट भेज दी गई । जिले के जिन चार मरीजों की मौत के बाद संदिग्ध श्रेणी में रखा गया है,उनकी फाइल स्टेट डेंगू डेथ रिव्यू कमेटी को आकलन के लिए भेज दी गई है।