Edited By Subhash Kapoor,Updated: 05 Sep, 2023 08:17 PM

लोहा नगरी मंडी गोबिंदगढ़ के लोहा व्यापारियों की सही बिल पर्चों व ईवे बिल वाली लोहे की गाडिय़ों को जीएसटी विभाग द्वारा फरनशों में से निकाल कर पकड़ने के विरोध में देश की सबसे बड़ी संस्था दी आयरन स्क्रैप ट्रेडर्ज वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा शुरू की गई...
मंडी गोबिंदगढ़ (सुरेश): लोहा नगरी मंडी गोबिंदगढ़ के लोहा व्यापारियों की सही बिल पर्चों व ईवे बिल वाली लोहे की गाडिय़ों को जीएसटी विभाग द्वारा फरनशों में से निकाल कर पकड़ने के विरोध में देश की सबसे बड़ी संस्था दी आयरन स्क्रैप ट्रेडर्ज वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा शुरू की गई हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी रही। इस दौरान लोहा व्यापारियों द्वारा लोहे की स्क्रैप की सेल परचेज बंद कर सरकार व जीएसटी विभाग के प्रति शांतमयी रोष जताया जा रहा है।
उधर दूसरी ओर जीएसटी विभाग व लोहा कारोबारियों दरमियान चल रहे उक्त विवाद को रोकने के लिए प्रदेश के जीएसटी विभाग के आला अधिकारियों द्वारा पिछले तीन दिनों से लोहा कारोबारियों के साथ मीटिंगें लगातार जारी है। इसी के तहत आज लगातार तीसरे दिन द् आयरन स्क्रैप ट्रेडर्ज वैलफेयर एसोसिएशन के प्रधान अमन शर्मा की अगुवाई में एक वफ्द पटियाला में एडिशनल कमिश्नर जीवनजोत कौर के बुलावे पर उन्हें पटियाला स्थित उनके कार्यालय में मिला। परन्तू उन्होंने भी पहले के अधिकारियों से हुई मीटिंगों की तरह उनकी समस्याओं को सुना है और इन समस्याओं के बारे में पड़ताल कर जल्द समाधान करने का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि हरेक अधिकारी द्वारा उनकी मुश्किलों का हल करने की बजाए उन्हें केवल आश्वासन दिए जा रहें हैं। उन्होंने कहा कि उनकी हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक विभाग द्वारा उनकी स्मास्याओं का समाधान लिखित में नहीं किया जाता।
हड़ताल के दूसरे दिन जानकारी देते एसोसिएशन के अध्यक्ष अमन शर्मा ने कहा कि हड़ताल दौरान सभी स्क्रैप कारोबारियों ने अपने काम बंद किए हुए हैं। उन्होंने आगे बताया कि स्क्रैप व्यापारियों द्वारा की हड़ताल कारण पंजाब सरकार को हर रोज सैंकड़ों करोड़ के रेवन्यू का नुकसान भी होना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि सभी व्यापारी व उद्योगपति साफ-सुथरा व इज्जत का कारोबार कर रहे है और अपनी इज्जत की लड़ाई के लिए ही अंदोलन के लिए मजबूर हुए हैं, क्योंकि उनके द्वारा लाखों रूपए खर्च कर लोहे की स्क्रैप अन्य राज्यों से मंगवा कर मंडी गोबिंदगढ़ की फर्नेश इकाइयों दी जाती है जिसे री-साइकल कर सरिया, एंगल, पाईप के अलावा कई प्रकार के स्टील प्रोडक्ट तैयार कर देश भर में भेजे जाते हैं।
उन्होंने कहा कि एक ओर तो मंडी गोबिंदगढ़ का उद्योग पंजाब के खजाने की बैक बोन के तौर पर काम कर रहा है। बावजूद इसके सरकार के जी.एस.टी. विभाग द्वारा उनके बारे में गलत कयास लगा उन्हें जलील किया जाता है और लाखों की कीमत की स्क्रैप से भरे ट्रकों को नजायज रूप से जब्त कर परेशान किया जा रहा है जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर सकते। इस मौके पर प्रधान अमन शर्मा, लक्की पंडित, चेयरमैन जीवन गंभीर, महासचिव ललित गर्ग रिशू, कोषाध्यक्ष अमरेश जिंदल, सीनीयर वाईस प्रधान सतनाम सिंह चावला, जसप्रीत सिंह नय्यर, उपाध्यक्ष अमन गर्ग, दीपक पनवर,सह-सचिव राजिंदर गोयल, दीपक घई, राजिंदर गुप्ता, राहुल गाबा, डिंपल शर्मा, राजीव कुमार पप्पू, सुमित वाही, संजय गुप्ता, संजय जैन, कपिल सिंगला, हरप्रीत सिंह लाली, अजय अग्रवाल, बाल मुकंद व रविंदर सिंह आदि मौजूद थे।