Edited By Kamini,Updated: 27 Aug, 2024 05:02 PM
यह देखने में आया है कि इस क्षेत्र में रावी नदी होने के कारण नदी के किनारे लोगों द्वारा यह शराब तैयार की जाती है,
दीनानगर (हरजिंदर सिंह गोराया) : भले ही पंजाब सरकार और जिला प्रशासन ने नशा बेचने वाले तस्करों के खिलाफ सख्ती से अभियान चला रखा है, लेकिन फिर भी बॉर्डर इलाके के थाना बहरामपुर, दौरागला, पुराना शाला के इलाके में यह धंधा जोरों से चल रहा है। पुलिस की ओर से इसे रोकने के लिए कई बड़े-बड़े वादे किए जा रहे हैं, लेकिन फिर भी शाम होते ही ये वादे टूट जाते हैं, जिसके कारण इलाके में दर्जनों गांव में अवैध शराब बेचने का धंधा चल रहा है।
यह देखने में आया है कि इस क्षेत्र में रावी नदी होने के कारण नदी के किनारे लोगों द्वारा यह शराब तैयार की जाती है, जिसके बाद इस शराब की सप्लाई पूरे क्षेत्र के आसपास के गांव में की जाती है। जिसके चलते सुबह से लेकर दोपहर और शाम तक अवैध शराब की बिक्री होती है, लेकिन इसके चलते कई घरों के चिराग बुझ चुके हैं, लेकिन अभी तक इसे रोकने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है, जिस कारण आज भी ये कारोबार जोरों से चल रहा है।
इस संबंध में जब इलाके के कुछ प्रमुख लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से बात की गई तो उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस अवैध शराब की सप्लाई आमतौर पर आधा दर्जन गांवों में की जाती है। जबकि रात के अंधेरे के साथ-साथ दिन दिहाड़े स्कूटर, मोटरसाइकिल पर यह शराब सप्लाई की जाती है। इस इलाके के ज्यादातर लोग इस शराब को पीना पसंद करते हैं क्योंकि यह शराब आम तौर पर पैग सिस्टम के साथ 30-40 रुपए में मिलती है। ठेके की शराब महंगी होने के कारण आम लोग इस सस्ती शराब और इस शराब को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं। शराब पीने का कोई निश्चित समय नहीं है। चाहे सुबह 6-7 बजे हों, दोपहर हो या फिर रात के 9-10 बजे, यह शराब आम तौर पर मिल जाती है, जिसके कारण यह अवैध शराब का कारोबार जोरों पर चल रहा है।
कुछ महिलाएं भी हैं इस धंधे में भरपूर मददगार
इलाके के पुख्ता सूत्रों के मुताबिक, कुछ गांवों की महिलाओं ने भी इस धंधे में पूरा सहयोग दिया है। इसके अलावा कुछ लोगों ने अपना पेशा अपना लिया है, लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा सिर्फ लोगों को सैमीनार लगाकर भाषण देकर नशे की लत से दूर रहने पर जोर दिया जा रहा है। समूह एरिया वासिया ने बताया कि इसके अलावा जगह-जगह अवैध अहाते भी इस गौरध धंधे में सहायक हैं, जिससे यह धंधा जोरों से चल रहा है। लेकिन इस कारोबार के साथ-साथ कुछ लोग अन्य मेडिकल सहित चिट्टे और अन्य नशीले पदार्थों का भी कारोबार कर रहे हैं। लेकिन देखा जा रहा है कि पुलिस प्रशासन इसे रोकने में पूरी तरह सफल नहीं हो पा रही है। इन इलाकों के निवासियों ने पंजाब सरकार और पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों से मांग की है कि इस धंधे पर सख्ती से नकेल कसी जाए ताकि भविष्य के युवा इसकी चपेट में न आएं। उधर, इस संबंध में जब डीएसपी दीनानगर सुरिंदर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पुलिस समय-समय पर छापेमारी कर इन लोगों पर शिकंजा कस रही है और आने वाले दिनों में भी इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त छापेमारी की जाएगी। इस कारोबार पर लगाम कसने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।
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