Edited By Mohit,Updated: 14 May, 2020 07:10 PM
पंजाब में तेजी से बढ़ रहे कोरोना पॉजीटिव केसों के बावजूद पंजाब सरकार द्वारा कर्फ्यू में बड़ी............
जलालाबाद (सेतिया, सुमित): पंजाब में तेजी से बढ़ रहे कोरोना पॉजीटिव केसों के बावजूद पंजाब सरकार द्वारा कर्फ्यू में बड़ी ढील देने से कोरोना महामारी राज्य के लोगों के लिए खतरनाक मोड़ ले सकती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जब पंजाब मेें कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या नामात्र थे तो पंजाब सरकार ने कोरोना की चेन तोड़ने के लिए कर्फ्यू जैसा विशेष फैसला लेकर समूचे देश को सोचने के लिए मजबूर कर दिया था, परंतु अब पॉजीटिव मरीजों की बढ़ रही संख्या के मद्देनजर पंजाब सरकार द्वारा कर्फ्यू दौरान दी ढील का लोगों द्वारा गलत फायदा उठाकर लोग घरों में से बेमतलब बाहर निकलकर सोशल डिस्टेंसिंग की पालन नहीं कर रहे हैं।
यहां बता दें कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हिदायतों का खास ध्यान रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा लोगों को कर्फ्यू में ढील दी गई तांकि लोग अपनी जिम्मेवारी समझकर घरों से बाहर जब भी जरूरी कार्य के लिए निकलें तो वह मास्क पहनकर रखें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें व ओर भी जरूरी सावधानियों का पालना करें, परंतु जलालाबाद में शायद लोग अपनी जिम्मेवारी को समझने को तैयार नहीं हैं। अगर बैंकों के बाहर एटीएम सेंटर की ओर नजर दौड़ाई जाए तो लोग पैसे निकलवाने के लिए एक दूसरे के ऊपर चढ़े हुए है, जबकि बैंकों के बाहर व एटीएम में दाखिल होने के लिए लोगों को अपने बीच कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रखनी जरूरी है।
उधर पंजाब का भला चाहने वाले लोगों का कहना है कि राज्य में कोरोना की बढ़ रही चेन को तोड़ने के लिए पंजाब सरकार को कोई विशेष फैसला लेकर कुछ दिन ओर कर्फ्यू बढ़ाकर मिल्ट्री तैनात करके कोई ढील नहीं देनी चाहिए। पंजाब मंत्री मंडल में इसके बारे बहुत संजीदगी से सख्त फैसला लेना पड़ेगा। फिलहाल पंजाब पुलिस लोगों की स्वास्थ्य की भलाई के लिए घरों में सुरक्षित रखने के लिए मिसाली कदम उठा रही है। बुद्धिजीवि लोगों का कहना है कि अगर पंजाब सरकार ने इसके बारे कोई बड़ा फैसला न लिया तो आने वाले दिनों में कोरोना पंजाब में सुनामी बनकर लोगों को अपने साथ बहाकर ले जाएगी।
समाज सेवी जसविंदर वर्मा का कहना है कि पुलिस प्रशासन को शहर के मेन बाजारों को बैरीगेट किया जाना चाहिए ताकि कोई भी वाहन बाजार न लेकर पहुंच सकें। उन्होंने कहा कि यह जिम्मेवारी खुद लोगों को भी समझनी चाहिए, परंतु अगर कोई नहीं समझ रहे तो प्रशासन को सख्ती से कदम उठाते हुए नियमों का पालन करवाना चाहिए। एसएचओ अमरिंदर सिंह का कहना है कि प्रशासनिक आदेशों के अनुसार लोगों को बाजारों में वाहन लेकर जाने पर पाबंदी है व लोगों को इसकी ओर सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर लोग इसी तरह लापरवाही करेंगे तो उन्हें ओर सख्ती करनी पड़ेगी व शहर के बाजारों में आने जाने वालों से ओर सख्ती से पेश आना पड़ेगा।