Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Sep, 2017 08:45 AM
शहर के प्रतिष्ठित जालंधर जिमखाना क्लब ने अपने 1328 सदस्यों को नोटिस भेज कर बकाया पैसों की मांग की है।
जालंधर (खुराना): शहर के प्रतिष्ठित जालंधर जिमखाना क्लब ने अपने 1328 सदस्यों को नोटिस भेज कर बकाया पैसों की मांग की है। इन सदस्यों की ओर क्लब का 96 लाख बकाया खड़ा है। नोटिस मिलने के बाद भारी संख्या में क्लब मैंबर पैसे जमा करवाने के लिए आगे आ रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों क्लब ने अपने 46 सदस्यों को डिफाल्टर घोषित करके क्लब से निकाल दिया है।
अगर इन सदस्यों ने अपनी सदस्यता वापस लेनी है तो उन्हें जहां पूरी बकाया राशि जमा करवानी होगी वहीं 50,000 रुपए जुर्माना अलग से भरना होगा। अभी तक एक भी ऐसे सदस्य ने अपनी सदस्यता दोबारा ग्रहण नहीं की है। इस सूची में कई वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ राजनीतिज्ञ व स्पोर्ट्स पर्सन अनुराग धूमल शामिल हैं।
इस सूची में सबसे ज्यादा बकाया क्लब के पुराने सदस्य तथा सिनेमा कारोबार से जुड़े रहे पंकज कपूर की ओर है जिनसे क्लब ने जुलाई 2017 तक 54,260 रुपए लेने हैं। जिमखाना क्लब मैनेजमैंट ने हाल ही में जिन 1328 सदस्यों को नोटिस भेजे हैं उनकी ओर 3000 रुपए से ज्यादा बकाया खड़ा है।
क्लब में दोबारा शुरू हुई विकास की लहर
कुछ समय के अंतराल के बाद जालंधर जिमखाना क्लब में विकास की नई लहर शुरू हुई है। गौरतलब है कि पिछले डिवीजनल कमिश्नर हरभूपिन्द्र सिंह नंदा ने अपने कार्यकाल दौरान जमकर विकास कार्य करवाने में सहयोग दिया था और नए डिवीजनल कमिश्नर डा. राजकमल चौधरी भी विकास प्रोजैक्टों को आगे बढ़ा रहे हैं। क्लब सैक्रेटरी संदीप बहल के नेतृत्व में नई टीम ने क्लब में लिफ्ट लगवाने का कार्य लगभग पूरा कर लिया है जिस पर करीब 30 लाख रुपए खर्च आए हैं। आने वाले दिनों में रैस्टोरैंट, किट्टी हाल, स्नूकर रूम तथा उससे ऊपरी छत तक जाने के लिए लिफ्ट का इस्तेमाल किया जाने लगेगा। इसके अलावा क्लब में नया एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लाक भी लगभग तैयार हो चुका है और इसका फिनिशिंग टच बाकी है।
इस प्रोजैक्ट पर 50 लाख रुपए के करीब राशि खर्च होगी जिसके तहत सैक्रेटरी व अन्य तीनों पदाधिकारियों के आफिस, अकाऊंट ब्लाक तथा स्टोर व आई.टी. रूम इत्यादि का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में जहां एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लाक तथा सैक्रेटरी रूम स्थित है वहां पुरातनशैली का आधुनिक कॉफी बार बनाने की योजना है जिसे अगले चरण में शुरू किया जा सकता है।