Edited By swetha,Updated: 06 Mar, 2020 11:45 AM
पंजाब सरकार ने भगवान परशुराम तथा महाराज अग्रसेन की प्रतिमाएं स्थापित करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने इस संबंध में आज अपनी सहमति प्रदान कर दी है।
चंडीगढ़/जालंधर(अश्वनी, धवन): पंजाब सरकार ने भगवान परशुराम तथा महाराज अग्रसेन की प्रतिमाएं स्थापित करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने इस संबंध में आज अपनी सहमति प्रदान कर दी है। इनके अलावा महान सिख योद्धा बाबा बंदा सिंह बहादुर, महान स्वतंत्रता सेनानी बाबा सोहन सिंह भखना तथा बाबा महाराज सिंह के अलावा भारतीय संविधान के निर्माता व पिता डा. बी.आर. अम्बेदकर की प्रतिमाएं भी स्थापित होंगी।
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार ने यह विशिष्ट फैसला नौजवानों को अपने पूर्वजों के शानदार इतिहास से अवगत करवाने के लिए किया है। पंजाब सरकार ने गुरुओं, संविधान निर्माता, महान स्वतंत्रता सेनानियों व प्रमुख शख्सियतों के प्रति अपना सम्मान दिखाया है। इससे देश-विदेश में बसे नौजवान पीढ़ी के अंदर जागरूकता पैदा होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान परशुराम जी जोकि भगवान विष्णु के छठे अवतार थे, की प्रतिमा लुधियाना तथा महाराज अग्रसेन की प्रतिमा बठिंडा में स्थापित करने का निर्णय लिया। महान सिख योद्धा बाबा बंदा सिंह बहादुर की प्रतिमा फतेहगढ़ साहिब के सरहिंद में स्थापित होगी। मुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव सांस्कृतिक मामले हुसन लाल को कहा कि वह भारतीय संविधान निर्माता डा. बी.आर. अम्बेदकर की प्रतिमा फगवाड़ा-जालन्धर के निकट स्थित पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय में स्थापित करें।
मुख्यमंत्री ने बाबा सोहन सिंह भखना की 150वें जन्मोत्सव को देखते हुए अमृतसर जिले में उनकी प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया। बाबा महाराज सिंह की प्रतिमा लुधियाना जिले के गांव उच्ची रबन में स्थापित होगी। इसी तरह से मुख्यमंत्री ने सारागढ़ी युद्ध के महान हीरो सिपाही ईशर सिंह की प्रतिमा लुधियाना में स्थापित करने के निर्देश दिए। बैठक में संजय कुमार, अनिरुद्ध तिवारी, लोक सम्पर्क विभाग के सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह के अलावा अन्य भी मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जलियांवाला बाग शताब्दी यादगार को समॢपत एक पुस्तक का विमोचन भी किया।