Edited By Sunita sarangal,Updated: 18 Feb, 2020 05:45 PM
13 अप्रैल 2018 को फगवाड़ा के गोल चौक में हुए गोली कांड दौरान जेल में फंसे हिंदु नेताओं की रिहाई को लेकर आज जनरल समाज द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया।
फगवाड़ा(जलोटा): 13 अप्रैल 2018 को फगवाड़ा के गोल चौक में हुए गोली कांड दौरान जेल में फंसे हिंदू नेताओं की रिहाई को लेकर आज जनरल समाज द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया। जनरल समाज के लोग सुबह 10 बजे के करीब दुकानों को बंद करके गांधी चौक इकट्ठा हुए और पंजाब सरकार और पुलिस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस धरने दौरान 2 घंटे तक बाजार बंद रखने की अपील पर शहर के कुछ बाजार बंद हैं। पुलिस ने शहर में नाकेबन्दी की हुई थी। वहीं प्रशासन ने चार हिंदू नेताओं के परिवार सहित लोगों को रोष मार्च नहीं निकालने दिया और एस.डी.एम. गुरमीत सिंह जौहल ने मौके पर पहुंचकर जनरल समाज से मांग पत्र ले लिया। इसके साथ ही रोष धरने को भी खत्म करवाया।
जिक्रयोग्य है कि फगवाड़ा के गोल चौक में हुए गोली कांड दौरान जेल में फंसे हिंदू नेताओं की रिहाई के लिए हिंदु संगठनों और जनरल समाज के नेताओं की मीटिंग बीते दिनों हनुमानगढ़ी में हुई थी। मीटिंग दौरान नेताओं ने हिंदु नेताओं की रिहाई को रोकने के लिए एक पुलिस अधिकारी द्वारा अदालत में दिए बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि यह बयान जमानत में रुकावट डाल रहा है जिसे जरनल समाज सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा था कि पुलिस प्रशासन सरकार के इशारे पर जनरल समाज के साथ खिलवाड़ कर रही है। नेताओं ने बताया था कि 18 फरवरी यानि आज उक्त पुलिस अधिकारी को नौकरी से बरखास्त करने और हिंदू नेताओं की रिहाई के लिए एस.डी.एम. फगवाड़ा को मांग-पत्र दिया जाएगा।
क्या है मामला
जिक्रयोग है कि 13 अप्रैल 2018 की रात को फगवाड़ा के गोल चौक में दो धिरों के बीच एक बोर्ड लगाने और चौक का नाम बदलने को लेकर विवाद हो गया था जिस दौरान गोली चलने से एक दलित युवक यशवंत उर्फ बोबी की मौत हो गई थी। इस संबंध में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए शिव सेना के नेता इंद्रजीत करवल, शिवि बत्ता, हिंदु सुरक्षा समिति के नेता दीपक भारद्वाज और भारतीय जनता युवा मोर्चा नेता राजू चाहल के रिवाल्वर कब्जे में ले लिए थे और उनके खिलाफ कत्ल का मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया था जो अब तक जेल में सजा काट रहे हैं।