Edited By Vatika,Updated: 22 Feb, 2023 02:59 PM
बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा से उनकी सवारियां आधी हो गई हैं।
चंडीगढ़: पंजाब में महिलाओं के सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा और डीजल की बढ़ती कीमतों ने निजी बस ऑपरेटरों को अपना कारोबार बंद करने के लिए मजबूर कर दिया है। राज्य में करीब 30 फीसदी निजी बसों को तो ट्रांसपोर्टरों ने पहले ही हटा दिया है। शेष बची अधिकांश बसें अगले कुछ महीनों तक सड़कों से नदारद हो सकती हैं। इस संबंध में पंजाब मोटर यूनियन के एक सदस्य ने कहा कि सरकारी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा से उनकी सवारियां आधी हो गई हैं।
अब महिलाएं सरकारी बसों में मुफ्त सफर करना पसंद करती हैं, इसलिए उनके साथ परिवार के अन्य सदस्य भी सरकारी बसों में सफर करते हैं। इससे करीब 40 फीसदी महिला यात्री निजी बसों से पूरी तरह से दूर हो गई हैं। यूनियन का कहना है कि बसें चलाना अब उनके बस में नहीं है। बसों को सड़क पर उतारना रोजाना लाखों का नुकसान हो गया है। यूनियन के सचिव आर.एस. बाजवा ने कहा कि सरकार ने पिछले 3 साल में बस का किराया नहीं बढ़ाया है और इस दौरान डीजल में 30 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा सरकार निजी बस उद्योग की कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है। इस कारण निजी बस संचालकों का काफी कारोबार ठप्प हो चुका है।