Edited By Vatika,Updated: 30 Dec, 2018 12:35 PM
पंजाब में अक्सर बुजुर्गों को पैंशन के लिए दर-दर भटकते देखा जा सकता है, जबकि सरकारी और प्राइवेट कर्मचारियों को पैंशन का हक पाने के लिए 58 वर्ष की उम्र तक नौकरी करनी पड़ती है परंतु राजनीति में एक बार विधायक बनने के बाद पैंशन लग जाती है। 500 रुपए महीना...
जालंधर (विशेष): पंजाब में अक्सर बुजुर्गों को पैंशन के लिए दर-दर भटकते देखा जा सकता है, जबकि सरकारी और प्राइवेट कर्मचारियों को पैंशन का हक पाने के लिए 58 वर्ष की उम्र तक नौकरी करनी पड़ती है परंतु राजनीति में एक बार विधायक बनने के बाद पैंशन लग जाती है। 500 रुपए महीना पैंशन के लिए कई बार बुजुर्गों को सालभर इंतजार करना पड़ता है, वहीं प्रदेश में कुछ विधायक और पूर्व मंत्री ऐसे भी हैं जिनकी पैंशन प्रधानमंत्री के वेतन से भी ज्यादा है। वर्तमान में 129 पूर्व विधायक सरकार से पैंशन ले रहे हैं।
विधानसभा सचिवालय की तरफ से राइट ऑफ इनफार्मेशन एक्ट के तहत दी गई जानकारी के मुताबिक पंजाब राज्य विधानमंडल मैंबर्स (पैंशन और डाक्टरी सुविधा विनियम) एक्ट-1977 और पंजाब राज्य विधानमंडल मैंबर्स (पैंशन और डॉक्टरी सुविधा विनियम) नियम-1984 की धारा 3;1 के तहत विधायकों की पैंशन निश्चित की जाती है। पंजाब सरकार की ओर से 26 अक्तूबर, 2016 को पैंशन में किए गए विस्तार के चलते प्रत्येक पूर्व विधायक को पहली टर्म के लिए 15 हजार रुपए बेसिक सैलरी, 50 प्रतिशत डी.ए. और 234 प्रतिशत महंगाई भत्ते अनुसार बनती पैंशन दी जाती है।
एक से ज्यादा बार विधायक बनने वालों को प्रति टर्म 10 हजार रुपए प्रति महीना बेसिक सैलरी सहित दूसरे भत्ते अलग से दिए जाते हैं। इस लिहाज से 2 बार विधायक बनने वाला व्यक्ति 1 लाख 25 हजार रुपए और 3 बार विधायक बनने वाला 1 लाख 75,000 रुपए प्रति महीना पैंशन का हकदार बनता है। इसी तरह 4 बार विधायक बनने वालों को 2 लाख 25,000, 5 बार के पूर्व विधायक को 2 लाख 75,000, 6 बार के विधायक को 3 लाख 25,000 रुपए, 7 बार विधायक बनने वाले को 3.75 लाख रुपए, 8 बार विधायक बनने वाले को 4.25 लाख रुपए और 9वीं बार विधायक बनने वाले को 4.75 लाख रुपए पैंशन मिलती है। इसके अलावा जब कभी पैंशन में विस्तार होगा तो यह पैंशन और बढ़ेगी।
जानिए किस पद पर कितना मिलता है वेतन
पद |
वेतन |
राष्ट्रपति |
5,00,000 रुपए |
उपराष्ट्रपति |
4,00,000 रुपए |
प्रधानमंत्री |
1,65,000 रुपए |
राज्यपाल |
3,50,000 रुपए |
चीफ जस्टिस |
2,80,000 रुपए |
सुप्रीम कोर्ट जज |
2,50,000 रुपए |
मुख्य चुनाव आयुक्त |
2,50,000 रुपए |
कैग |
2,50,000 रुपए |
चेयरमैन यू.पी.एस.सी |
2,50,000 रुपए |
कैबिनेट सैक्रेटरी |
2,50,000 रुपए |
लैफ्टि. जनरल यूनियन टैरेटरी |
1,10,000 रुपए |
चीफ ऑफ स्टाफ |
2,50,000 रुपए
(आर्मी, एयर, नेवल) |
चीफ जस्टिस हाईको |
2,50,000 रुपए |
हाईकोर्ट जज |
2,50,000 रुपए |
किस विधायक को मिलती है कितनी पैंशन
सिर्फ एक बार जो विधायक रह जाता है उसे बतौर पूर्व विधायक सब भत्तों सहित 75,150 रुपए पैंशन के साथ बाकी सुविधाएं अलग से मिलती हैं।
बीबी राजेंद्र कौर भट्ठल
(6 बार विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री)
|
पैंशन प्रति माह
3.25 लाख रुपए (योजना बोर्ड की वाइस चेयरमैन के तौर पर वेतन और भत्ता अलग से) |
लाल सिंह
(मंडी बोर्ड के चेयरमैन,6 बार विधायक) |
पैंशन प्रति माह
3.25 लाख रुपए |
सरवण सिंह फिल्लौर
(पूर्व मंत्री, 6 बार विधायक) |
पैंशन प्रति माह
3.25 लाख रुपए |
बलविंद्र सिंह भूंदड़
(5 बार विधायक) |
पैंशन प्रति माह
2.75 लाख रुपए (बतौर राज्यसभा सदस्य वेतन और भत्ते अलग मिल रहे हैं) |
सुखदेव सिंह ढींडसा
(5 बार विधायक व राज्यसभा सदस्य) |
पैंशन प्रति माह
2.75 लाख रुपए (बतौर राज्यसभा सदस्य वेतन और भत्ते अलग मिल रहे हैं) |
प्रताप सिंह बाजवा
(कांग्रेस के पूर्व प्रधान व 3 बार विधायक) |
पैंशन प्रति माह
2.25 लाख रुपए (बतौर सांसद वेतन व भत्ते अलग से मिल रहे हैं) |
राष्ट्रपति का वेतन 5 लाख, बादल की पैंशन होगी उससे ज्यादा! |
पूर्व मुख्यमंत्री बादल 10 बार विधायक रहे हैं। वह अभी भी विधायक हैं। राजनीति से सेवामुक्त होने की सूरत में प्रकाश सिंह बादल को प्रति महीना 5.26 लाख रुपए पैंशन मिलेगी, जो अपने आप में एक रिकार्ड होगा। |
- पूर्व विधायक हरि सिंह जीरा- पैंशन प्रति माह: 2.25 लाख रुपए
- गुलजार सिंह रणीके-पैंशन प्रति माह: 2.25 लाख रुपए
- रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा-पैंशन प्रति माह: 2.25 लाख रुपए
- मनप्रीत सिंह बादल (4 बार विधायक)-पैंशन प्रति माह: 2.25 लाख रुपए
- पूर्व मंत्री अवतार हैनरी (3 बार विधायक)-पैंशन प्रति माह: 1.75 लाख रुपए