Edited By Vatika,Updated: 25 Jan, 2021 01:45 PM
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि केंद्र सरकार ने किसानों को गणतंत्र दिवस की परेड में न बुलाकर गतिरोध को तोड़ने का स्वर्णिम अवसर खो दिया है।
चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि केंद्र सरकार ने किसानों को गणतंत्र दिवस की परेड में न बुलाकर गतिरोध को तोड़ने का स्वर्णिम अवसर खो दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को सुझाव दिया कि वे उस बुजुर्ग माता को गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाने का निमंत्रण दे जिसने अपना पुत्र देश की सीमाओं की रक्षा के लिए कुर्बान कर दिया था व अब अपने पौत्र के साथ संविधान, आम लोगों व किसानों के हितों की रक्षा के लिए किसान संघर्ष का हिस्सा बनी हुई है।
जाखड़ ने आज यहां जारी बयान में कहा कि केंद्र सरकार के अहंकार के कारण किसानों की मांग न सुनकर देश की सरकार देश के गण का अपमान कर रही है । गणतंत्र मनाना तभी सार्थक है अगर सरकार देश के गन की बात सुने । उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि अच्छा होता अगर सरकार किसानों को भी सरकारी स्तर पर होने वाली परेड में शामिल होने का निमंत्रण देती। उन्होंने कहा कि वे रिटायर एडमिरल रामदास के सुझाव से सहमत हैं कि राजपथ पर सरकारी परेड के बाद वही किसानों को ट्रैक्टर परेड करने की आज्ञा दी जाए। उस माता महेंद्र कौर को भी निमंत्रण दिया जाए जिसको भाजपा के नेताओं ने दिहाड़ीदार कहकर जिसका अपमान किया था ।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अपना अड़यिल रवैया त्याग कर किसानों के साथ बातचीत जारी रखते हुए उनकी मांग मान कर तीनों काले कानून वापस लेने चाहिए। सरकार का अहंकार तो इस कदर बढ़ चुका है कि देश के किसान को अपने ही देश की राजधानी में गणतंत्र दिवस परेड करने के लिए दाखिल होने से रोका जा रहा है। जाखड़ ने कहा कि अच्छा होता अगर सरकार दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रही हमारी बहनों को भी राष्ट्रीय परेड़ देखने का निमंत्रण भेजती । तभी यह सही अर्थों में जय जवान जय किसान परेड होनी थी। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि गणतंत्र दिवस पर देश के गण की आवाज को सुनकर ये कानून रद्द करें।