Edited By Tania pathak,Updated: 23 Jul, 2021 03:23 PM

कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों के एक सदस्य को पंजाब सरकार की ओर से नौकरी दी जाएगी। सरकार ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है...
बठिंडा (विजय): कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों के एक सदस्य को पंजाब सरकार की ओर से नौकरी दी जाएगी। सरकार ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। डिप्टी कमिश्रर बी.श्रीनिवासन ने इस संबंध में एस.डी.एम. बठिंडा, रामपुरा, तलवंडी साबो व मौड़ को पत्र लिखकर संबंधित किसानों के विवरण दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से फैसला किया गया है कि कृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बार्डर व टिकरी बार्डर पर चल रहे आंदोलन के दौरान बड़ी संख्या में किसान शहीद हुए हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से उक्त किसानों के परिवारों के एक- एक सदस्य को ग्रुप सी व ग्रुप डी के तहत सरकारी नौकरी दी जा रही है। इस संबंध में वित्त कमिश्रर माल की ओर से गत 20 जुलाई को वीडियो कान्फ्रैंस के माध्यम से जरूरी दिशा निर्देश दिए थे। उन्होंने एस.डी.एम्ज. को संबंधित निर्देश भेजकर जरूरी कार्रवाई करने की हिदायतें दी हैं।
उन्होंने किसानों की एक सूची भी साथ भेजी है व उक्त किसानों के परिवार के नौकरी लेने के इच्छुक उम्मीदवार के विवरण हासिल करने व अगली कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि संबंधित उम्मीदवारों को किसान की मौत का सर्टीफिकेट, नौकरी हासिल करने के लिए आवेदन, इन्कम संबंधी दस्तावेज, पारिवारिक सदस्यों का नौकरी देने संबंधी शपथपत्र, नौकरी हासिल करने वाले सदस्य की शैक्षणिक योग्यता के दस्तावेज आदि एकत्र करके उन्हें अगली कार्रवाई के लिए भेजा जाए ताकि संबंधित लोगों को जल्द से जल्द नौकरी दी जा सके।