Edited By Subhash Kapoor,Updated: 15 Mar, 2023 11:49 PM

क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डॉक्टरों की टीम में एक नवजात बच्चे, जिसकी फूड पाइप न होने के कारण जन्म के बाद बच्चे को सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी।
लुधियाना (सहगल) : क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डॉक्टरों की टीम में एक नवजात बच्चे, जिसकी फूड पाइप न होने के कारण जन्म के बाद बच्चे को सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी। गंभीर हालत में उसे क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल लाया गया। बच्चे का उपचार करने वाले डा. विशाल माइकल, डा. ईशान तथा डा. सुमित ने बताया कि अस्पताल पहुंचने पर सी.एम.सी. कैजुअल्टी में जांच करने पर पता चला कि बच्चे को ट्रेकिआ-एसोफेजियल फिस्टुला है, यह दुर्लभ स्थिति है, जिसमें भोजन नली नहीं बनती है और कुछ हिस्सा विंड पाइप से जुड़ा होता है। बच्चे को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था और उसे नवजात आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया था।
बाल चिकित्सा शल्य चिकित्सा के डॉक्टरों की टीम द्वारा फूड नली की रिपेयर करने के लिए उसकी आपातकालीन सर्जरी की गई, जिसमें एनेस्थीसिया की टीम ने परस्पर सहयोग किया। सर्जरी के बाद बच्चे को नियोनेटल आई.सी.यू. में शिफ्ट कर दिया गया, धीरे-धीरे बच्चे की हालत में सुधार होता गया और वह वेंटीलेटर सपोर्ट से मुक्त हो गया। डा. विशाल माइकल ने बताया कि बच्चा अब सामान्य रूप से सांस ले रहा है। उसने मुंह से दूध लेना शुरू कर दिया है। बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।