Edited By Vatika,Updated: 06 Feb, 2023 09:18 AM

महंत कर्मजीत सिंह सहित किसी भी व्यक्ति को किंतु-परंतु करने का कोई अधिकार नहीं है।
अमृतसर(छीना): शहीद भाई मनी सिंह टकसाल के मुखी संत मक्खन सिंह के निधन के बाद डेरा संत अमीर सिंह के नए मुखी को लेकर माहौल काफी तनावपूर्ण बन चुका है। इस संबंध में रविवार को भाई अमनदीप सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि संत मक्खन सिंह की अंतिम इच्छा के अनुसार दमदमी टकसाल के मुखी संत बाबा हरनाम सिंह खालसा ने मेरी दस्तारबंदी कर मुझे डेरे की सेवा सौंपी है जिस पर महंत कर्मजीत सिंह सहित किसी भी व्यक्ति को किंतु-परंतु करने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुझे डेरे का मुखी नियुक्त किए जाने के बाद भाई हरविंदर सिंह द्वारा मुझ पर अपने पिता संत मक्खन सिंह को जहर देकर हत्या करने सहित लगाए गए सभी आरोप गलत हैं, जो मुझे बदनाम करने की साजिश है। भाई अमनदीप सिंह ने कहा कि संत मक्खन सिंह ने कुछ समय पहले अपनी वसीयत तैयार करवाई थी, जिसमें उन्होंने मुझे डेरा संत अमीर सिंह का मुखी नियुक्त कर सेवा दी है जिससे सारी संगत अच्छी तरह वाकिफ है।
भाई अमनदीप सिंह ने कहा कि मुझे सेवा मिलने के बाद कुछ लोग मेरी जान के दुश्मन बन गए हैं जो मुझे कभी भी शारीरिक और आर्थिक रूप से नुक्सान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं पंजाब सरकार के आला अधिकारियों और पुलिस से अपील करता हूं कि संत मक्खन सिंह के होने वाले दशहरे के कार्यक्रम में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएं ताकि कोई व्यक्ति हुल्लड़बाजी कर माहौल खराब न कर सके।