Edited By Subhash Kapoor,Updated: 04 Sep, 2025 11:42 PM

थाना भोगपुर के नजदीक गांव लोहारां (चाहड़के) में एक गुज्जर ने अपनी पालतू गायों को बीमार होने पर इलाज करवाने की बजाय पास के किसान के खेतों में छोड़ दिया, जिससे पांच दिन तक तड़पने के बाद दो गायों की मौत हो गई।
भोगपुर (सूरी) : थाना भोगपुर के नजदीक गांव लोहारां (चाहड़के) में एक गुज्जर ने अपनी पालतू गायों को बीमार होने पर इलाज करवाने की बजाय पास के किसान के खेतों में छोड़ दिया, जिससे पांच दिन तक तड़पने के बाद दो गायों की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गांव लोहारां के पास बशीर नामक गुज्जरों का डेरा है, जो गांव लड़ोई की जमीन में स्थित है। इलाके के लोगों का कहना है कि बशीर गुज्जर ने लोहरा रोड पर दो गायों को भूखा-प्यासा रखकर उन्हें तड़पाकर मार दिया। लड़ोई गांव के लोगों ने बताया कि बशीर गायें रखता है, लेकिन जब गायें दूध देना बंद कर देती हैं तो उन्हें बांधकर न तो कोई चारा दिया जाता है और न ही पानी पिलाया जाता है, जिसके कारण गायें धीरे-धीरे बीमार हो जाती हैं और उनकी मृत्यु हो जाती है। गायों की मृत्यु के बाद उनके मृत शरीर खेतों में फेंक दिए जाते हैं। आज लड़ोई गांव के लोगों ने पूरी घटना बताई कि जब देखा गया तो बशीर के डेरे के पास के खेतों में दो गायें मरी पड़ी थीं, जो बशीर की थीं और उसने गायों को भूखा-प्यासा रखकर उनकी हत्या कर दी। जिस खेत में बशीर ने बीमार गायों को छोड़ा था, वहां खेती करने वाले किसान ने कुछ दिन पहले बशीर से कहा था कि वह गायों को अपने डेरे में लेकर जाकर उनका इलाज करवाए, लेकिन बशीर ने कई दिनों से जारी बारिश में जानबूझकर गायों को मरने के लिए छोड़ दिया।
गांव के लोगों ने बताया कि गायों की मौत के बाद आसपास से बदबू आ रही थी, लेकिन बशीर गुज्जर का कहना था कि ये गायें पिछली रात ही मरी हैं। इलाके के लोगों ने इस गंभीर मामले की सूचना भोगपुर पुलिस को दी, जिसके बाद थाना भोगपुर के थानेदार सुलिंदर सिंह और एस.एच.ओ. राजेश कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने वेटनरी डॉक्टर को बुलाया और कहा कि इसकी मेडिकल रिपोर्ट बनवाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पूरा इलाका बदबू से भर गया था। यहां तक कि दुकानदारों ने भी कहा कि यह पूरा इलाका इस गुज्जर के कारण खराब हो गया है क्योंकि जो भी जानवर मरता है उसे पास के खेतों में फेंक दिया जाता है। लेकिन बशीर गुज्जर ने इस बात से इनकार किया। उनका कहना है कि हमने इसका चिकित्सा इलाज करवा रखा है, लेकिन गांव के लोग कहते हैं कि यह सीधे तौर पर गायों के कत्ल का मामला है। थाना मुखी भोगपुर राजेश कुमार क्या कहते हैं?
इस मामले के संबंध में जब थाना मुखी भोगपुर राजेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने एस.डी.एम. और वेटनरी विभाग को सूचित किया था। वेटनरी डॉक्टरों की टीम ने घटना स्थल का दौरा किया है और मृत गायों की जांच की जा रही है।

