Edited By Kalash,Updated: 26 Aug, 2025 05:45 PM

कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जो सातों दिन 24 घंटे कार्यरत है।
होशियारपुर (जैन): डी.सी. आशिका जैन ने बताया कि पिछले 2 दिनों में हिमाचल प्रदेश तथा जिले में हुई बारिश के कारण पौंग डैम में लगातार पानी का इनफ्लो बढ़ा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन बी.बी.एम.बी. और जल संसाधन विभाग के साथ तालमेल बनाए हुए हैं और प्राप्त तकनीकी इनपुट के आधार पर डिस्चार्ज को सावधानीपूर्वक और तकनीकी ढंग से नियंत्रित किया जा रहा है।
डी.सी. आशिका जैन ने बताया कि चक्की नदी में अचानक अत्यधिक पानी आने के चलते मुकेरियां के मोतला, मेहताबपुर और हलेड़ जर्नादन गांवों में कुछ स्थानों पर साइडें ब्रिच हुई थी। इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए ड्रेनेज, नरेगा और अन्य संबंधित विभागों की टीमों को मौके पर तैनात किया गया। प्रभावित गांवों का उन्होंने स्वयं दौरा कर हालात का जायजा लिया और लोगों से सीधे संवाद स्थापित किया।
डी.सी. आशिका जैन ने कहा कि प्रशासन लगातार प्रभावित परिवारों के संपर्क में है और प्रभावित स्थानों पर मैडीकल कैंप लगाए जा रहे हैं, पशुओं के चारे, पीने का पानी और क्लोरिन की गोलियां उपलब्ध करवाई जा रही हैं। जिन घरों को नुकसान हुआ है, वहां राजस्व विभाग की टीमें तुरंत असेसमेंट कर रही हैं ताकि योग्य परिवारों को शीघ्र मुआवजा प्रदान किया जा सके।
उन्होंने बताया कि रैडक्रॉस सोसायटी लगातार प्रभावित लोगों तक राशन और अन्य आवश्यक सामग्री पहुंचा रही है। इसके साथ ही बाबा दीप सिंह वैल्फेयर सोसायटी समेत कई सामाजिक संस्थाएं भी राहत कार्यों में सक्रिय हैं। उन्होंने जिले की अन्य सामाजिक व स्वयंसेवी संस्थाओं से अपील की कि वे रैडक्रॉस सोसायटी से समन्वय कर प्रशासन की मदद करें ताकि राहत सामग्री समान रूप से वितरित हो सके।
डी.सी. आशिका जैन ने कहा कि पिछले 10 दिनों से टांडा क्षेत्र के अबदुल्लापुर, रड़ा और फतेहपुर कुल्ला में नेशनल हाईवे के पुल के गाइडबन में समस्या आने की वजह से पानी आ गया था। इस स्थान पर भी टीमें तैनात की गई हैं और 24 घंटे निगरानी सुनिश्चित की जा रही है, ताकि राहत कार्यों में कोई कमी न रहे। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव पंजाब की ओर से स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि राहत और पुनर्वास कार्यों में कोई देरी न हो। सरकार की ओर से पर्याप्त फंड उपलब्ध करवाए गए हैं और जिला प्रशासन को डिजास्टर मैनेजमैंट रिलीफ फंड प्रदान किया गया है।
उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रभावित इलाकों में नुकसान का आकलन साथ-साथ किया जा रहा है ताकि पीड़ित परिवारों को समय पर आर्थिक सहायता मिल सके। डी.सी. आशिका जैन ने जिलावासियों से अपील की है कि वे ब्यास दरिया और इसके आस-पास के निचले इलाकों की ओर न जाएं तथा वहां नहाने या सैल्फी लेने जैसी गतिविधियों से परहेज करें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन हर परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
आशिका जैन ने बताया कि जिले में बाढ़ से निपटने के लिए जिला स्तर पर एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जो सातों दिन 24 घंटे कार्यरत है। इस कंट्रोल रूम का टैलीफोन नंबर 01882-220412 है, जबकि तहसील स्तर पर भी कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। तहसील होशियारपुर का नंबर 01882-244175, गढ़शंकर का 01884-282026, दसूहा का 01883-506268, टांडा का 01886-512952 और मुकेरियां का 01883-244310 है। डी.सी. आशिका जैन ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति या जानकारी के लिए नागरिक तुरंत इन कंट्रोल रूम नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। जिला प्रशासन की टीमें 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात हैं और लोगों की किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
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