Edited By Vaneet,Updated: 04 Jun, 2019 10:05 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने हरसिमरत बादल द्वारा ड्रग मामलों को लेकर उन पर लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर...
जालन्धर/चंडीगढ़(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने हरसिमरत बादल द्वारा ड्रग मामलों को लेकर उन पर लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा है कि शिरोमणि अकाली दल इस मामले में अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है। हरसिमरत द्वारा पंजाब सरकार पर राज्य में नशे पर रोक लगाने में विफल रहने के लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने आश्चर्य व दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हरसिमरत झूठ बोल रही है तथा वह पूर्व अकाली-भाजपा सरकार की ड्रग मामलों में विफलताओं पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने राष्ट्रीय ड्रग्स नीति बनाने का मामला पहली बार नहीं उठाया है बल्कि वह बार-बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस मामले में राष्ट्रीय नीति बनाने की गुहार लगा रहे हैं क्योंकि ड्रग्स का इश्यू केवल राज्य से जुड़ा हुआ नहीं है। हमने केवल पंजाब की कांग्रेस सरकार ने नशा माफिया की रीढ़ की हड्डी तोड़ कर रख दी है बल्कि सरकार ने अधिकांश नशा तस्करों को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है। जो थोड़े-बहुत नशा तस्कर शेष बचे हुए हैं, वे भी घबराहट में पंजाब छोड़ कर भाग गए हैं। हरसिमरत ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद कितने नशा तस्करों को गिरफ्तार किया तथा कितने नशा करने वाले नौजवानों का इलाज सरकारी क्लीनिकों में शुरू किया गया है। पंजाब में 10 वर्षों तक बादलों का शासनकाल रहा परंतु अब लोग उनके द्वारा चलाए जाने वाले झूठ के जाल में फंसने वाले नहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने हरसिमरत से सवाल किया कि उन्हें क्या इस बात की जानकारी नहीं है कि ड्रग्स एक अंतर्राज्यीय समस्या है जिसके राष्ट्रीय दुष्परिणाम होते हैं। कुछ राज्यों में अफीम की खेती हो रही है तथा पाकिस्तान भी ड्रग्स पंजाब में भेज रहा है तो इस समस्या से निपटने के लिए सांझे प्रयत्नों की जरूरत है परन्तु हरसिमरत को बोलने की आदत है और उन्हें अपने बयान का अर्थ भी मालूम नहीं होता। हरसिमरत के ट्वीट जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस विधायक ही पुलिस व राजनीतिज्ञों के गठजोड़ को लेकर दोषारोपण कर रहे हैं, का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे विधायक तो जल्द धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी व ड्रग्स के मामले में जांच जल्द पूरी होने की मांग कर रहे हैं।