Edited By Urmila,Updated: 09 Apr, 2025 10:51 AM

पंजाब सरकार लोगों को बेहतर सेवाए देने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे वह सेहत विभाग से सम्बंधित हो या फिर थाना स्तर में लोगों को मिलने वाले इंसाफ का।
जालंधर (विशेष): पंजाब सरकार लोगों को बेहतर सेवाए देने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे वह सेहत विभाग से सम्बंधित हो या फिर थाना स्तर में लोगों को मिलने वाले इंसाफ का। लेकिन सरकार के दावे को फेल करने में सिविल अस्पताल तथा थाना 4 की पुलिस आगे है। उक्त आरोप पूर्व मैबर सदस्य रोगी कल्याण समीति सिविल अस्पताल जालंधर तथा सीनियर कांग्रेस नेता संजय सहगल ने लगाते हुए कहा कि सरकार ने थाना स्तर में सुनवाई न होने को लेकर पीजीडी पोर्टल (लोक शिकायत पोर्टल) अपना अकाऊंट बनाया ताकि लोग जहां शिकायतें करे और 1 महीने के भीतर उनकी शिकायत का निपटारा हो सके। हालांकि काफी मामलों में ऐसा ही हुआ है, जहां लोग इस पोर्टल की तारीफे करते रहे। लेकिन बात करे थाना 4 की पुलिस की तो शायद वह इंसाफ पंसद नहीं है और पंजाब सरकार तथा सीनियर अधिकारियों के दावों को फेल करने में लगी है।
जानकारी देते हुए संजय सहगल ने बताया कि उनके ध्यान में सिविल अस्पताल का एक मामला सामने आया है। जिसमें वह सिविल अस्पताल में फैले भष्ट्राचार को सबके सामने लाने हेतु इसकी शिकायत पुलिस को दी, ताकि पुलिस सख्त कार्रवाई करे। संजय सहगल ने बताया कि दी शिकायत में उन्होंनें कहा है जालंधर का सिविल अस्पताल में झूठी एमएलआर तथा झूठी एम.एल.सी रिपोर्टे तैयार करने वाला गिरोह सक्रिय है। उन्होनें आरोप लगाया कि अस्पताल में तैनात रेडियोलॉजिस्ट डा. एमपी सिंह द्वारा अपने विभाग मे जारी एमएलसी से सम्बंधित रिपोर्ट तैयार करने के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रहे है। उनके पास सबूत भी है कि डा. एम.पी सिंह ने दिनांक 6 फरवरी 2024 को संदर्भ प्रविष्टि संख्या एमपीएस/75/सीएचजे/24 के माध्यम से रोगी की फाइल पर गंभीर चोट की रिपोर्ट का उल्लेख किया है और अगले ही दिन 7 फरवरी 2024 को संदर्भ प्रविष्टि संख्या एमपीएस/84/सीएचजे/24 के माध्यम से रोगी की ग्रीवस इंजरी रिपोर्ट (गंभीर चोट) रिपोर्ट साधारण चोट के साथ बनाई और रेडियोलॉजिस्ट डा. एमपी सिंह के खिलाफ कोई कानूनी और विभागीय कार्रवाई शुरू नहीं की गई है।
डा. ने भी माना कि काम के बोझ के कारण गलत रिपोर्ट लिखी गई। सहगल ने आरोप लगाया है कि इस रैकेट का पर्दाफाश इस सबूत से हुआ है कि रेडियोलॉजिस्ट डा. एमपी सिंह और ईएमओ डा. सचिन शर्मा कथित तौर पर इस रैकेट का हिस्सा हैं। पुलिस को धारा 231 (झूठे साक्ष्य देना या बनाना), धारा 233 (झूठे ज्ञात साक्ष्य का उपयोग करना), धारा 234 (झूठे प्रमाण पत्र जारी करना या हस्ताक्षर करना), धारा 338 (मूल्यवान सुरक्षा की जालसाजी), धारा 336 (3) धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी, धारा 318 (4) धोखाधड़ी, धारा 61 (2) बीएनएस अधिनियम की आपराधिक साजिश के तहत मामला दर्ज करने की सिफारिश की जानी चाहिए। पंजाब सरकार को अस्पतालों में आपातकालीन चिकित्सा अधिकारियों, रेडियोलॉजिस्ट द्वारा नकली एमएलआर तैयार करना या नकली एम.एल.सी रिपोर्ट तैयार के लिए सख्त कानून बनाना चाहिए।
सेहत मंत्री साहिब नींद से जाग कर करे कार्रवाई नहीं तो सरकार का अक्स होता रहेगा खराब
संजय सहगल का आरोप है कि आम आदमी पाटी सरकार के राज्य में जालंधर के सिविल अस्पताल में झूठी ग्रीवस इंजरी रिपोर्ट तैयार होती है। गलत काम करवाने वाले सिविल अस्पताल में तैनात भष्ट्रचारी डाक्टरों के साथ सैटिंग करते है और उक्त डाक्टरों के खिलाफ शिकायतें होने पर भी कार्रवाई न होना चिंता का विषय है। सहगल ने सेहत मंत्री से अपील की है कि वह नींद से जागे और गलत काम करने वालों के खिलाफ समय रहते कार्रवाई को।
एस.एच.ओ 4 का काम भी कमाल, कर रहे डाक्टरों की फेवर...सहगल
संजय सहगल ने बताया कि पी.जी.डी पोर्टल में दर्ज आन लाईन शिकायतों को 1 महीने में हल करना होता है ऐसा सीनियर उच्च अधिकारियों ने आदेश जारी कर रखे है। लेकिन उनके द्वारा पी.जी.डी पोर्टल में दर्ज शिकायत नंबर 478717 जोकि 28.11.2024 को हुई थी। लेकिन अब तक वह थाना 4 में ही पैंडिग है। उनकी शिकायत को करीब 132 दिन तक हो चले है। एस.एच.ओ 4 हरदेव सिंह ने पूछा तो वह बोलते है कि कार्रवाई हो रही है अब ऐसी कार्रवाई शायद अगले साल तक होगी। सहगल ने सीनियर पुलिस अधिकारियों से मांग की है कि ऐसी लापरवाही के कारण ही पुलिस का छवि खराब होती है। अधिकारियों को सख्त एक्शन लेना चाहिए, ताकि बाकी भी एस.एच.ओ गंभीर होकर अपनी डयूटी करे। एक सवाल के जबाव में सहगल ने कहा कि उन्हें लगता है कि एस.एच.ओ हरदेव सिंह डाक्टरों का किसी निजी कारणों के कारण फेवर करके अपनी डयूटी ठीक तरीके से नहीं करते।
लापरवाही सहन नही करुगा कार्रवाई एडीजीपी एमएफ फारुकी
इस मामले में पी.जी.डी पोर्टल के नोडल आफिसर एडीजीपी एमएफ फारुकी का कहना है कि वह लापरवाही बिल्कुल भी सहन नहीं करेंगे। पूरे मामले की जांच होगी एस.एच.ओ हरदेव सिंह को वह शोकॉज नोटिस जारी करेंगे। यदि जरुरत पड़ी तो डिपार्टमेंट इंक्वायरी भी खोलेंगे। वही एस.एच.ओ 4 हरदेव सिंह का कहना है कि उन्होंने मैडिकल सुपरिटैडैंट आफिस से डाक्टरों के बारे में जानकारी मांगी थी। लेकिन मैडिकल सुपरिटैंडैंट आफिस ने सिविल सर्जन को लिख कर भेज दिया। दोनों विभागों में तालमेल की कमी के कारण शिकायत का निपटारा नही हो सका।
डाक्टर एम.पी बोले ड्राईव कर रहा हूं, डा. सचिन ने फोन नहीं उठाया
वही दोनों डाक्टरों पर सजंय सहगल द्वारा लगाए गंभीर आरोपों की सच्चाई जानने के लिए डा. एम.पी सिंह तथा डा. सचिन को उनके मोबाइल नंबरों पर काल की तो डा. एम.पी सिंह बोले कि वह गाड़ी ड्राईव कर रहे है, बाद में बात करेंगे और उन्होंनें फोन काट दिया। जबकि ई.एम.ओ डा. सचिन शर्मा का पक्ष जानने के लिए फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। जैसे ही वह अपना पक्ष बताएंगे तो पंजाब केसरी वह भी प्रकाशित करेगी।
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