Edited By Tania pathak,Updated: 14 Dec, 2020 09:33 AM
भगवंत मान ने कहा कि कार्पोरेट घराने से किए ताजा बिजली समझौते ने साबित कर दिया है कि कैप्टन भाजपा के मुख्यमंत्री के तौर पर काम करते हैं।
चंडीगढ़ (रमनजीत): कृषि संबंधी केंद्रीय काले कानूनों के विरुद्ध किसान संघर्ष के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार की ओर से कॉर्पोरेट घराने के साथ बिजली खरीद समझौता करके किसान आंदोलन की पीठ में छुरा घोंपा है। यह आरोप आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सांसद भगवंत मान ने लगाया है।
भगवंत मान ने कहा कि कार्पोरेट घराने से किए ताजा बिजली समझौते ने साबित कर दिया है कि कैप्टन भाजपा के मुख्यमंत्री के तौर पर काम करते हुए मोदी सरकार के इशारों पर नाच रहे हैं।
मान ने कहा कि जब कृषि कानूनों के विरुद्ध पंजाब और देश के किसान 26 नवम्बर को दिल्ली कूच करने के लिए आह्वान कर रहे थे, तो ठीक उस समय कै. अमरेंद्र सिंह कॉर्पोरेट घराने के साथ बिजली खरीदने की डील पूरी कर ली थी। मान ने कै. अमरेंद्र के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि नैतिक तौर पर उन्हें पंजाब का मुख्यमंत्री बने रहने का कोई अधिकार नहीं रह गया।