Edited By Kamini,Updated: 22 Aug, 2025 01:36 PM

पावरकॉम विभाग में खुलेआम चल रहे घोटाले ने लोगों के मन में एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है
गोनियाना मंडी (गोरा लाल): बठिंडा जिले के गोनियाना मंडी और आसपास के इलाकों में पावरकॉम विभाग में खुलेआम चल रहे घोटाले ने लोगों के मन में एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या बिजली चोरी और रिश्वतखोरी रोकने वाले ही इस घोटाले के सबसे बड़े खिलाड़ी बन गए हैं? मामला एक मीटर रीडर से शुरू होता है, लेकिन पूरी कहानी में एसडीओ, लाइनमैन और कुछ बड़े अधिकारियों की मिलीभगत सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार, जिस मीटर रीडर के इलाके में प्रवर्तन दल (ED) ने हाल ही में बड़ी संख्या में मीटर पैक करके एमई लैब भेजे थे, उसने चोरी और छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, बड़ी संख्या में मीटर इस तरह पैक किए गए थे कि पावरकॉम को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) के आला अधिकारियों ने साफ शब्दों में लिखा था कि उक्त मीटर रीडर की सेवाएं बंद कर दी जाएं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि सब-डिवीजन के एसडीओ ने इसके विपरीत जाकर बठिंडा में उसकी सेवाएं बहाल करने की सिफारिश कर दी। इस संबंध में एक निजी कंपनी के अधिकारी मनीष कुमार ने भी पुष्टि की है कि उन्हें सब-डिवीजन अधिकारी का पत्र मिला है, जिसमें मीटर रीडर की सेवाएं बहाल करने को कहा गया है। उनका कहना है कि कंपनी और पावरकॉम के बीच हुए समझौते के अनुसार, वह सब-डिवीजन अधिकारियों की सिफारिश के अनुसार कार्रवाई करने को मजबूर हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वह एक्सियन बठिंडा से बात करेंगे और उनके आदेशानुसार ही अंतिम फैसला होगा।
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे चिंताजनक बात यह है कि पहले भी जब इसी मीटर रीडर ने शिकायत की थी, तो उसका तबादला संगत मंडी सब-डिवीजन में कर दिया गया था, लेकिन कुछ ही समय बाद अंदरूनी हिसाब-किताब के आधार पर उसे फिर से गोनियाना सब-डिवीजन का कार्यभार सौंप दिया गया। लोगों में चर्चा है कि यह मीटर रीडर हर बिलिंग सर्कल में उपभोक्ताओं से हजारों रुपये रिश्वत के तौर पर वसूलता था और मीटरों में छेड़छाड़ करके पावरकॉम को करोड़ों का नुकसान पहुंचा रहा था। इतना ही नहीं, सूत्रों के अनुसार, गोनियाना मंडी और आसपास के इलाकों में लाइनमैनों ने विभाग की मिलीभगत से धरने खोलकर लगवाए हैं और इस संबंध में उपभोक्ताओं से लाखों रुपये वसूले गए हैं।
इस पूरे घोटाले में गोनियाना मंडी का एक बड़ा अधिकारी भी शामिल बताया जा रहा है जो बिजली बोर्ड में कार्यरत है। इस बड़े अधिकारी की बड़े अधिकारी से नजदीकी सबको पता है। सूत्रों के अनुसार, पहले लाइनमैन मीटरों में छेड़छाड़ करता है, फिर एसडीओ चेकिंग टीम भेजता है। बाद में उपभोक्ताओं को डराकर उनसे मोटी रकम वसूली जाती है। यह पूरा खेल न केवल पावरकॉम का पैसा लूटने के लिए बल्कि गरीब और मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं की हड्डियाँ चूसने के लिए भी रचा गया है। लोग मांग कर रहे हैं कि इस पूरे मामले की विजिलेंस द्वारा उच्च स्तरीय जांच की जाए।
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