Edited By Subhash Kapoor,Updated: 24 Jan, 2025 05:49 PM
अहमदाबाद स्थित इमीग्रेशन एजेंट द्वारा बठिंडा के एक वीजा कंसल्टेंट से 91.75 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है। एजेंट ने युवाओं को ब्रिटेन भेजने के नाम पर यह रकम ली, लेकिन वादे के अनुसार नौकरियां नहीं दिला सका।
बठिंडा (विजय वर्मा) : अहमदाबाद स्थित इमीग्रेशन एजेंट द्वारा बठिंडा के एक वीजा कंसल्टेंट से 91.75 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है। एजेंट ने युवाओं को ब्रिटेन भेजने के नाम पर यह रकम ली, लेकिन वादे के अनुसार नौकरियां नहीं दिला सका।
क्या है मामला?
बठिंडा के अजीत रोड निवासी वीजा कंसल्टेंट नवप्रीत सिंह ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि वह लंबे समय से अहमदाबाद के यूरेनस एजुकेशन एंड इमीग्रेशन के संचालक मोहित देसाई पर भरोसा करते आए थे। मोहित ने वादा किया था कि वह ब्रिटेन भेजने के लिए सीओएस (Certificate of Sponsorship) लेटर उपलब्ध कराएगा, जिससे युवाओं को वहां अच्छी नौकरी मिल सके।
कैसे हुआ ठगी का खेल?
नवप्रीत सिंह ने बताया कि हरविंदर कौर, संदीप कौर, परमिंदर कौर, गुरप्रीत सिंह और नवदीप कौर जैसे कई युवाओं ने यूके जाने के लिए उनसे संपर्क किया। मोहित देसाई ने प्रति व्यक्ति 18.50 लाख रुपये की मांग की। नवप्रीत ने मोहित के बताए खातों में 7 जून 2023 को 15.75 लाख, 9 जून को 37 लाख, और 12 जून को 49 लाख रुपये जमा करा दिए।
इसके बाद युवक-युवतियां वीजा लेकर ब्रिटेन पहुंच तो गए, लेकिन जिन कंपनियों में नौकरियां मिलने की बात हुई थी, वे या तो फर्जी निकलीं या काम देने से इन्कार कर दिया गया।
बाजार में साख बचाने की कोशिश
नवप्रीत सिंह ने बताया कि युवाओं की मदद के लिए उन्होंने अन्य कंपनियों से नए सीओएस लेटर दिलवाकर उन्हें नौकरी दिलाई। इसके लिए उन्होंने करीब 20 लाख रुपये खर्च किए। उन्होंने बाजार में अपनी प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए कई युवाओं के पैसे भी वापस कर दिए।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने अहमदाबाद निवासी मोहित देसाई के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। सिविल लाइन थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है और यदि इसमें किसी और की संलिप्तता पाई गई तो उसे भी आरोपी बनाया जाएगा।