Edited By Vatika,Updated: 09 Aug, 2024 08:56 AM
27 अगस्त को मंगल अपनी शत्रु राशि मिथुन में प्रवेश करने जा रहे हैं और
जालंधर: मंगल की स्थिति ज्योतिष के अनुसार 27 अगस्त से विश्व में युद्धों को और भड़का सकती है। लाल किताब के ज्योतिषाचार्य आशु मल्होत्रा ने बताया कि उन्होंने 9 अप्रैल को प्रकाशित अपनी भविष्यवाणी में पहले ही कह दिया था कि संवत के राजा मंगल और मंत्री शनि है जिस कारण विश्व में रक्तपात, तख्तापलट व युद्ध की परिस्थितियां बनी रहेंगी।
उन्होंने कहा कि 27 अगस्त को मंगल अपनी शत्रु राशि मिथुन में प्रवेश करने जा रहे हैं और 23 अक्तूबर तक इसी राशि में बने रहेंगे। 23 अक्तूबर से मंगल अपनी नीच राशि कर्क में प्रवेश करेंगे और उसके बाद 7 जून 2025 तक मंगल वक्री व मार्गी होकर मिथुन व कर्क राशियों मेंही संचार करते रहेंगे। ये परिस्थितियां जून 2025 तक विश्व के लिए अच्छी नहीं हैं और युद्ध की परिस्थितियां विभिन्न देशों में बनी रहेंगी। उन्होंने कहा कि मंगल के कारण तनाव बढ़ेगा और साथ ही जिन कुंडलियों में मंगल व बुध की युती है उनको राहू तंग कर सकते हैं। इसलिए विश्व के देशों को नकारात्मकता छोड़ कर खुले मन से काम करना होगा।
उन्होंने कहा कि मंगल के कारण आतंकवाद, गैंगवार तथा सीमाओं पर युद्ध के हालात बन सकते हैं इसलिए भारत सरकार को भी सीमाओं पर अत्याधिक चौकसी रखनी होगी। उन्होंने कहा कि 23 अक्तूबर के बाद हालात और खराब हो जाएंगे। उस समय प्राकृतिक प्रकोप जैसे ज्वालामुखी विस्फोट, भूकंप आदि आएंगे। कश्मीर में स्थितियां खराब हो सकती हैं। विभिन्न स्थानों पर बम धमाके हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि शनि के कारण धनी लोगों का वजूद खतरे में पड़ता दिखाई देगा क्योंकि जिन लोगों ने पिछले 30 वर्षों में गलत ढंग से पैसा कमाया है उन्हें शनि मीन राशि में आते ही दंडित करना शुरू कर देंगे। अगले संवतसर 2082 में शनि के मीन राशि में रहने के कारण लोगों की धर्म के प्रति आस्था और बढ़ सकती है। विश्व में पश्चिमी तथा उत्तरी क्षेत्र में पड़ते देशों को मुश्किलों का सामना करना पडेगा।