Edited By Subhash Kapoor,Updated: 23 Mar, 2023 10:12 PM

विभाग के शीर्ष अधिकारियों की अनदेखी के चलते स्वास्थ्य विभाग की फूड ब्रांच में एक के बाद एक घपला सामने आ रहा है परंतु अधिकारी इस और आंखें बंद किए बैठे हैं।
लुधियाना (सहगल) : विभाग के शीर्ष अधिकारियों की अनदेखी के चलते स्वास्थ्य विभाग की फूड ब्रांच में एक के बाद एक घपला सामने आ रहा है परंतु अधिकारी इस और आंखें बंद किए बैठे हैं। हाल ही फूड ब्रांच का एक और घपला सामने आया है, जिसमें जब्त किया हुआ 10 क्विंटल मिलावटी देसी घी का स्टॉक गायब करा दिया गया, जबकि उसके सैंपल फेल हो चुके थे।
विवरण के अनुसार 12 फरवरी 2022 को बाडेवाल इलाके में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामारी कर 10 क्विंटल मिलावटी देसी घी का स्टॉक जप्त करते हुए उसके 7 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजें जो फेल हुए बताए जाते हैं। परंतु उसके बाद ना तो जप्त स्टॉक का कुछ किया गया और ना ही कहीं केस दायर हुआ। बल्कि मिलावटी देसी घी बनाने वाले लोगों को फरार करने की मदद करने के साथ साथ उनका स्टॉक भी उन्हें ही उठवा दिया गया।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्र बताते हैं कि इस मामले को लेकर पहले तो इन अधिकारियों ने खूब अपनी पीठ थपथपाई परंतु बाद में कहानी में एक नया मोड़ आ गया। स्टॉक गायब कराने के बाद दोनों अधिकारी आपस में चिट्टियां लेकर मामले को टालते रहे और देखते देखते 1 वर्ष बीत गया परंतु केस लॉन्च नहीं हुआ।
स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा समय-समय पर लिए गए 371 सर्विलेंस सैंपल की रिपोर्ट अभी तक विभाग के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं हुई है। सिर्फ एक फूड सेफ्टी अफसर योगेश गोयल की रिपोर्ट विभाग के पास पहुंची हैं जबकि शेष पांच फूड सेफ्टी अफसरों की रिपोर्ट्स कहां गई यह अभी भी विवाद का विषय बना हुआ है। दूसरी ओर आंखें बंद किए हुए बैठा फूड विभाग ने इस सिलसिले में अभी तक कोई जांच नहीं कराई है जबकि यह मामला उच्च अधिकारियों के नोटिस में है।