Edited By Subhash Kapoor,Updated: 21 Nov, 2024 08:10 PM
कहते हैं कि भगवान किसी भी रूप में आ सकते हैं। इस बात का यकीन लोगों को तब हो गया, जब ट्रेन में सफर कर रहे एक बुजुर्ग को हार्ट अटैक के दौरान एक महिला डाक्टर भगवान के रूप में सामने आ गई।
जालंधर : कहते हैं कि भगवान किसी भी रूप में आ सकते हैं। इस बात का यकीन लोगों को तब हो गया, जब ट्रेन में सफर कर रहे एक बुजुर्ग को हार्ट अटैक के दौरान एक महिला डाक्टर भगवान के रूप में सामने आ गई। बताया जा रहा है कि श्रद्धालुओं का एक जत्था मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन कर अमृतसर -अजमेर एक्सप्रैस ट्रेन से वापस लौट रहा था तो इस दौरान कपूरथला के रहने वाले स्वामी प्रसाद, जो अपने परिवार के साथ खाटू शाम के दर्शन करके उसी ट्रेन में थे, को हार्ट अटैक आ गया। इस दौरान परिवार में हड़कंप मच गया। वहीं इस दौरान ट्रेन में एक महिला डाक्टर ईशा भारद्वाज भी मौजूद थी। जब महिला डाक्टर को इस बारे पता चला तो उन्होंने तुरन्त मरीज की जांच की। इसके बाद महिला डाक्टर ने तुरन्त उसे सी.पीआर. देना शुरू किया। जिसके कुछ ही देरी के बाद मरीज बिल्कुल ठीक हो गया।
हार्ट अटैक आने के बाद डॉ. ईशा ने करीब 1 मिनट तक स्वामी प्रसाद को CPR ट्रीटमेंट दिया। 30 सेकंड के बाद उनके शरीर में हरकत दिखाई देने लगी। इसके बाद थोड़ी देर और CPR दिया गया। फिर जाकर स्वामी प्रसाद अचानक उठ गए। जिसके बाद उन्हें हरियाणा के रेवाड़ी स्टेशन पर एंबुलेंस में बैठाकर अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं मरीज के परिवार ने डा. ईशा का धन्वयाद किया और ट्रेन में मौजूद श्रद्धालुओं ने माता की चुनरी देकर डा. ईशा को सम्मानित किया।