Edited By swetha,Updated: 28 Oct, 2018 08:57 AM
आजकल त्यौहारों और विवाह-शादियों के दिनों में बाजारों में सिंथैटिक दूध-दही, पनीर, मिठाइयां आम बिक रही हैं। सेहत विभाग की तरफ से मिलावटी मिठाइयां पकड़ने के लिए पंजाब भर में बड़े स्तर पर छापेमारी की जा रही है। इसके बावजूद भी घटिया स्तर की तैयार की...
जैतो(वीरपाल, गुरमीत): आजकल त्यौहारों और विवाह-शादियों के दिनों में बाजारों में सिंथैटिक दूध-दही, पनीर, मिठाइयां आम बिक रही हैं। सेहत विभाग की तरफ से मिलावटी मिठाइयां पकड़ने के लिए पंजाब भर में बड़े स्तर पर छापेमारी की जा रही है। इसके बावजूद भी घटिया स्तर की तैयार की मिठाइयां बाजार में धड़ाधड़ बिक रही हैं, जो सेहत विभाग के कार्यों पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। सबसे ज्यादा चिंता के विषय की बात यह भी है कि मिठाइयों का बादशाह लड्डू भी इससे अछूता नहीं रहा है।
रैडीमेड बूंदी को तैयार करके बेचना लोगों का बिजनैस बन चुका है। मिठाइयों के सौदागरों की तरफ से 3-3 माह पहले घटिया स्तरीय रैडीमेड बूंदी तैयार करके बाजारों में बेची जा चुकी है। अब वह रैडीमेड बूंदी त्यौहारों के दिनों में मिठाई विक्रेताओं की दुकानों का लड्डओं के रूप में शृंगार बन चुकी है। सेहत विभाग की लापरवाही कारण लोग घटिया मिठाइयों और सिंथैटिक दूध, दही, पनीर को जहर के रूप में अपने परिवारों और रिश्तेदारों को परोस रहे हैं जो इंसानी जिंदगियों को भयानक बीमारियों की तरफ ले जा रहा है।
क्या कहना है मिठाई विक्रेता यूनियन के प्रधान का
मिठाई विक्रेता यूनियन जैतो के प्रधान सुनील कुमार का कहना है कि रैडीमेड बूंदी के लड्ड और दुकानदारों की तरफ से खुद तैयार की बूंदी के लड्डूओं में बहुत ज्यादा अंतर होता है। रैडीमेड बूंदी दुकानदारों की तरफ से तैयार की बूंदी की अपेक्षा सस्ती पड़ती है।
क्या कहना है फूड इंस्पैक्टर का
फूड इंस्पैक्टर मुकुल गिल का कहना है कि पं जाब सरकार की हिदायतों अनुसार सेहत विभाग की तरफ से लोगों के खाने-पीने की मिलावटी वस्तुओं की तरफ विशेष ध्यान दिया गया। उन्होंने कहा कि मिठाइयों में ज्यादा रंगदार और चमकीली मिठाइयों का सेवन नहीं करना चाहिए।