Edited By swetha,Updated: 05 Nov, 2018 12:52 PM
धान की खरीद न होने के कारण अनाज मंडियों में धान के अंबार लगे हुए हैं। पिछले सप्ताह भर से मंडियों में बैठे किसान सरकार को कोस रहे हैं। धान की बिक्री न होने के कारण आढ़ती व पल्लेदार कर्मचारी भी परेशान हैं। आज हुई बूंदा-बांदी तथा खराब मौसम ने किसान की...
बधनी कलां(मनोज): धान की खरीद न होने के कारण अनाज मंडियों में धान के अंबार लगे हुए हैं। पिछले सप्ताह भर से मंडियों में बैठे किसान सरकार को कोस रहे हैं। धान की बिक्री न होने के कारण आढ़ती व पल्लेदार कर्मचारी भी परेशान हैं। आज हुई बूंदा-बांदी तथा खराब मौसम ने किसान की दीवाली मंडियों में मनाने के आसार पैदा कर दिए हैं। पंजाब सरकार की विभिन्न खरीद एजैंसियों द्वारा 17 प्रतिशत से अधिक नमी वाला धान न लेने के कारण निहाल सिंह वाला, बधनी कलां, बिलासपुर व अन्य गांवों में किसान अपना धान सूखा रहे हैं।
गत रात्रि व आज हुई हल्की बूंदा-बांदी ने किसान को और भयभीत कर दिया है। इन हालातों में उनकी दीवाली भी मंडियों में गुजरेगी तथा धान के पैसे न मिलने के कारण दीवाली फीकी रहने की संभावना है। दिन-रात मंडियों में गुजार रहा किसान, मजदूर सरकार को कोस रहा है। मंडियों से संबंधित मार्कीट कमेटी कर्मचारियों बलदेव सिंह भंगू, राजा देओल, लखवीर सिंह रणसींह आदि ने कहा कि धान की सरकारी खरीद न होने के कारण आढ़तियों, किसान व पल्लेदार भी परेशान हैं, पैसे बढऩे की बजाय काम का समय अधिक हो गया। किसानों ने बताया कि धान की लगवाई लेट होने के कारण धान पकता भी लेट है। खराब मौसम के कारण नमी भी बढऩी स्वाभाविक है। सरकार की जिम्मेदारी है कि केन्द्र सरकार से बात कर मसला हल करवाए या नमी की मात्रा बढ़ाई जाए।