Edited By swetha,Updated: 14 Jul, 2019 11:05 AM
फगवाड़ा में जानलेवा हमले का शिकार बने भाजयुमो मंडल चाचोकी के पूर्व महासचिव हरजीत सिंह के मामले में पुलिस थाना सतनामपुरा की पुलिस टीम ने 3 अज्ञात आरोपी हमलावरों के खिलाफ धारा-307 आई.पी.सी. के तहत पुलिस केस रजिस्टर कर लिया है। हालांकि फगवाड़ा पुलिस...
फगवाड़ा(जलोटा): फगवाड़ा में जानलेवा हमले का शिकार बने भाजयुमो मंडल चाचोकी के पूर्व महासचिव हरजीत सिंह के मामले में पुलिस थाना सतनामपुरा की पुलिस टीम ने 3 अज्ञात आरोपी हमलावरों के खिलाफ धारा-307 आई.पी.सी. के तहत पुलिस केस रजिस्टर कर लिया है। हालांकि फगवाड़ा पुलिस दिन-दिहाड़े हुई उक्त संगीन आपराधिक वारदात के 36 घंटे बीत जाने के बाद भी यह पता नहीं लगा पाई है कि भुक्तभोगी हरजीत सिंह पर तेजधार हथियारों से जानलेवा हमला करने वाले हमलावरों की असली पहचान क्या है और यह हमला किसने व क्यों किया है?
इसे लेकर पुलिस अधिकारी दावा कर रहे हैं कि उक्त हमला किसी भी प्रकार से लूटपाट आदि करने के मनोरथ से नहीं किया गया है और इसके पीछे रंजिश प्रतीत हो रही है, जबकि इसके ठीक विपरीत पीड़ित हरजीत सिंह के परिजन व साथी निरंतर यह दावा कर रहे हैं कि भाजयुमो नेता हरजीत सिंह की किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं है और न ही उसकी किसी से रंजिश है। ऐसे में कौन सही दावा कर रहा है यह अपने आपमें बड़ा सवाल बन गया है। इसी मध्य अज्ञात नकाबपोश हमलावरों का शिकार बने हरजीत सिंह की गंभीर दशा को देख उसे भावी उपचार के लिए सिविल अस्पताल फगवाड़ा से अन्य बड़े अस्पताल में रैफर कर दिया गया है। उक्त मामले को लेकर पुलिस दावा कर रही है कि आरोपी अज्ञात नकाबपोश हमलावर जल्द गिरफ्तार कर लिए जाएंगे तो वहीं हकीकत यह भी है कि न तो पुलिस को हमला करने की ऑन रिकार्ड सटीक वजह का पता है व न ही आरोपियों की पहचान संबंधी कोई लीड अथवा सुराग है और न ही यह पता है कि आरोपी हमलावर मोटरसाइकिल पर हमला करने के बाद कहां चले गए।
इस दौरान फगवाड़ा में कई विपक्षी दलों के राजनेताओं ने अपना नाम न छापने की शर्त पर कहा है कि जो कुछ भाजयुमो नेता हरजीत सिंह के साथ हुआ है वह किसी के साथ भी हो सकता है। उक्त नेताओं ने कहा कि फगवाड़ा में पुलिस तंत्र की हालत बेहद खराब है और पुलिस अधिकारी किसी के प्रति जवाबदेह नहीं हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो कैप्टन सरकार पंजाब में लोगों की सुरक्षा को पुख्ता रखने के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर पंजाब के मॉडल शहर के रूप में स्वीकारे जाते अति आधुनिक फगवाड़ा में गुंडागर्दी इतनी हावी हो चुकी है कि किसी भी राजनेता पर जब चाहे हमला हो सकता है। इसका ज्वलंत प्रमाण भाजयुमो नेता हरजीत सिंह पर हुआ हमला है।
बड़ा सवाल यह भी बना हुआ
भाजयुमो नेता हरजीत सिंह पर हुए जानलेवा हमले को लेकर जहां बड़ी पहेली बनी हुई है, वहीं सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या अज्ञात आरोपी नकाबपोश हमलावरों का असली टार्गेट हरजीत सिंह ही था अथवा वे किसी अन्य की तलाश में थे और गलती से हरजीत सिंह को मार-काट कर चले गए। उक्त मामले को लेकर रोचक तथ्य यह बना है कि इसका जवाब तो खुद पुलिस की जांच कर रही टीम के पास आधिकारिक तौर पर नहीं है, क्योंकि खुद पुलिस द्वारा भक्तभोगी के पिता के बयान पर दर्ज किए गए पुलिस केस में अज्ञात आरोपियों द्वारा सारे प्रकरण को अंजाम देने की बात लिखी गई है।
केंद्रीय राज्यमंत्री सोमप्रकाश अस्पताल में घायल से मिलने पहुंचे
घायल हरजीत सिंह से मिलने केंद्रीय राज्य मंत्री सोमप्रकाश कैंथ अपनी धर्मपत्नी अनीता सोमप्रकाश कैंथ सहित अस्पताल पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने भाजपा नेता अवतार सिंह मंड व संबंधित परिजनों से मामले की जानकारी प्राप्त की। श्री कैंथ ने घटना का कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि जो घटा है वो निंदनीय है। श्री कैंथ ने कहा कि यह फगवाड़ा में बने हुए जंगल राज की सज्जाई बयान कर रहा है। उन्होंने कहा कि फगवाड़ा पुलिस इस मामले को जल्द से जल्द ट्रेस करे और जो भी अज्ञात आरोपी हैं उनको तुरंत गिरफ्तार करे। उन्होंने कहा कि पंजाब में कांग्रेस पार्टी के राज में आम जनता बेहद त्रस्त है और जब से प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ है फगवाड़ा में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। भाजपा नेता हरजीत सिंह पर हुआ कातिलाना हमला बर्दाश्त योग्य नहीं है और यह फगवाड़ा में बिगड़े हुए हालात का ज्वलंत उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। उन्होंने भाजपा नेता हरजीत सिंह के जल्द तंदरुस्त होने की कामना की। इस मौके पर उनके साथ कई भाजपा नेता मौजूद थे।