Edited By Sunita sarangal,Updated: 20 Oct, 2019 08:23 AM

संदिग्ध हालातों में घायल युवक ने इलाज दौरान तोड़ा दम
जालंधर(स.ह.): संदिग्ध हालातों में घायल हुए युवक की मौत के बाद मृतक के परिजनों ने थाना नं.-1 के बाहर धरना दिया। आरोप है कि थाने में तैनात ए.एस.आई. ने मर्डर के बयानों से छेड़खानी कर मामला एक्सीडैंट का बना दिया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि ए.एस.आई. ने बिना जांच किए हमलावर युवकों को छोड़ दिया। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।
पुलिस कमिश्नर को दी शिकायत में जगविंद्र सिंह निवासी न्यू सूलर, पटियाला ने बताया कि गत 6 सितम्बर को उसके रिश्तेदार बलविंद्र सिंह के बेटे मनप्रीत सिंह उर्फ जग्गी निवासी जनता कालोनी व यादविंद्र सिंह घायल हो गए थे। दोनों अस्पताल में दाखिल थे, जबकि बाद में यादविंद्र सिंह को अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। यादविंद्र सिंह ने उन्हें बताया कि कुछ युवकों ने पहले उसे व मनप्रीत को मछली मार्कीट के पास पीटा और बाद में पीछा करते हुए डी.ए.वी. कालेज के पास आकर उनकी बाइक को लात मार कर गिरा दिया तथा दोबारा रॉड से हमला कर घायल कर दिया।

आरोप है कि मृतक ने 16 अक्तूबर को थाना नं.-1 के ए.एस.आई. कुलविंद्र सिंह को दिए बयानों में भी यही बात बताई थी, लेकिन डी.डी.आर. की कॉपी पढ़ने पर पता लगा कि उसमें उसके द्वारा लिखवाए बयान ही नहीं हैं। जगविंद्र सिंह ने कहा कि हमले के बाद मनप्रीत को होश ही नहीं आया और वीरवार को उसकी अस्पताल में इलाज दौरान मौत हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि ए.एस.आई. द्वारा उनके बयानों को बदल कर आरोपी युवकों को बचाने की कोशिश की गई है। थाने के बाहर धरना देकर पीड़ित परिवार ने इंसाफ की गुहार लगाई है। हालांकि पीड़ित परिवार का कहना है कि उनके पास सभी प्रूफ हैं जिससे साबित हो सकता है कि मनप्रीत सिंह पर हमला किया गया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सच्चाई आ जाएगी सामने
उधर थाना नं.-1 के प्रभारी सुखबीर सिंह ने आरोपों का खंडन किया। उन्होंने बताया कि मर्डर जैसी कोई बात नहीं है। अगर मनप्रीत के परिवार को शक है तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जाएगा। जो भी रिपोर्ट में आएगा, उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मनप्रीत की मौत के बाद ही ऐसे आरोप सामने आए हैं। फिलहाल शव को निजी अस्पताल में ही रखा गया है।