Edited By Mohit,Updated: 12 Jul, 2019 08:19 PM
शुक्रवार सुबह होशियारपुर में हल्की बारिश के दौरान टांडा रोड के साथ लगते गांव हरदोखानपुर में गरीब तरसेम वालिया के आशियाने को पलभर में तबाह करके रख दिया।
होशियारपुर (अमरेन्द्र): शुक्रवार सुबह होशियारपुर में हल्की बारिश के दौरान टांडा रोड के साथ लगते गांव हरदोखानपुर में गरीब तरसेम वालिया के आशियाने को पलभर में तबाह करके रख दिया। सुबह के समय बारिश के दौरान एक ही कमरे में बुजुर्ग दादी सुनीता वालिया अपने दोनों ही पोते मयंक व रमिश के साथ बैठी थी। अभी चाय खत्म ही हुई थी कि इसी दौरान अचानक तेज आवाज के साथ मकान की छत भरभराकर तीनों के उपर गिर गई। हादसे में गरीब वालिया परिवार का जानमाल का तो कोई नुक्सान नहीं हुआ पर कुदरत के कहर ने पलभर में ही वालिया परिवार के आसियाने को तबाह कर दिया।
लोगों ने मलबे से तीनों घायलों को निकाला बाहर
मिली जानकारी के अनुसार तरसेम वालिया के घर का जिस समय छत गिरी दादी व दोनों पोते के अलावे बहुएं दूसरे कमरे में थी। छत का मलबा गिरने से हुई भारी आवाज को सुन ज्योतिबाला व प्रियंका की चीख पुकार सुन गांव के पूर्व सरपंच व बसपा के वरिष्ठ नेता सुखदेव बिट्टा अपने साथ गांव के लोगों की सहायता से मलबे में फंसे बुजुर्ग दादी सुनीता व दोनों ही पोते मयंक व रशिम को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाल इलाज के लिए सिविल अस्पताल पहुंचा दिया।
काश, सरकार से मिल गई होती राहत
हरदोखानपुर गांव में पीड़ित परिवार के साथ खड़े गांव के पूर्व सरपंच व बसपा के वरिष्ठ नेता सुखदेव बिट्टा ने बताया कि गरीब वालिया परिवार को प्रधानमंत्री आबास योजना के अधीन शामिल कर लिया गया था लेकिन जांच के दौरान मौके पर आए अधिकारियों ने पुराने व जर्जर मकान को देखने के बाद भी इस परिवार को योजना के अधीन ग्रांट देने से साफ तौर पर इन्कार कर दिया था। परिवार के लोगों को भरोसा था कि ग्रांट मिलते ही वह कच्ची छत को पक्का करवा लेगा लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की गलती का खामियाजा आज इस गरीब परिवार को इस तरह भुगतने को मजबूर होना पड़ा है जिसकी उच्चस्तरीय जांच की हमलोग मांग करते हैं। कुदरत के कहर के शिकार इस गरीब परिवार की मदद के लिए हमलोग प्रशासन से मांग करते हैं कि परिवार की मदद करे।